उत्तर प्रदेश के बरेली में नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए रोडवेज बस के कंडक्टर (Upsrtc Bus Conductor) मोहित यादव ने कथित तौर पर सुसाइड कर लिया है. 32 साल के मोहित यादव रविवार, 27 अगस्त की रात से लापता थे. उनका शव अगली सुबह मैनपुरी स्थित उनके घर के पास रेलवे की पटरियों पर मिला.
बस रुकी तो यात्रियों ने पढ़ी थी नमाज, अब कंडक्टर ने दी जान, नौकरी जाने से तनाव में थे
नमाज वाला मामले सामने आया तो यूपी रोडवेज के कंडक्टर मोहित यादव को सरकार ने नौकरी से निकाल दिया

मोहित यादव यूपी रोडवेज में संविदा पर कंडक्टर थे. वो मैनपुरी जिले के घिरोर थाना क्षेत्र के नंगला खुशहाली गांव के रहने वाले थे. मोहित का एक मकान घिरोर में भी है. परिजन के मुताबिक रविवार को मोहित गांव से घिरोर जाने के लिए निकले थे. लेकिन वो वहां पहुंचे नहीं.
'मोहित काफी तनाव में थे'कुछ घंटों बाद गांव से कुछ दूरी पर स्थित कोसमा स्टेशन से पहले बनी क्रासिंग के पास किसी व्यक्ति की मौत की जानकारी मिली. आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन के चालक ने स्टेशन मास्टर को बताया कि कोई व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया है. मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की गई तो मोबाइल फोन से मोहित यादव की पहचान हुई. मोहित के घरवालों को सूचना दी गई.
इस मामले में मोहित यादव के परिजन और गांव वालों का कहना है कि नौकरी जाने के बाद से मोहित काफी तनाव में रहते थे. लेकिन, घरवालों को कभी ये नहीं लगा कि वो आत्महत्या जैसा बड़ा कदम भी उठा सकते हैं.
बरेली से निकली बस में क्या हुआ था?मोहित 3 जून को बरेली से दिल्ली बॉर्डर पर स्थित कौशांबी जा रही बस में कंडक्टर थे. आरोप लगा कि उन्होंने कुछ यात्रियों के नमाज पढ़ने के लिए बस एक जगह पर रोक दी थी. हालांकि, मोहित का कहना था कि बस में सवार कुछ लोगों को टॉयलेट जाना था तो उन्होंने बस को दो मिनट के लिए बरेली-दिल्ली हाइवे पर रुकवा दिया था. उनके मुताबिक इसी दौरान दो लोगों ने उनसे नमाज पढ़ने की बात कही और उनके हामी भरने पर वो लोग दो मिनट में ही नमाज पढ़कर वापस आ गए. इस घटना के सामने के बाद मोहित और बस के ड्राइवर दोनों को सस्पेंड कर दिया गया था.
वीडियो: नमाज़ के लिए ड्राइवर ने रोकी यूपी रोडवेज बस, दो को नौकरी से निकाला, बस कंडक्टर ने क्या बताया?