घटना शुक्रवार रात की है. दरअसल हाल ही में कत्ल के लिए लाए जाने के शक में दो गाय पुलिस ने बरामद की थी. जब कोई धणी धोरी (मालिक) नहीं आया तो पुलिस ने दाता राम और अचय लाल को गाय निगरानी के लिए दे दी. शुक्रवार रात जब चक लतीफ इमामगढ़ गांव के दाता राम अपने दोस्त अचय लाल मिश्रा को साथ घर लौट रहे थे. तब रास्ते में दाताराम के सीने पर बदमाशों ने पत्थर मार दिया.इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, दाताराम वहीं गिर गए और आरोपी भाग गए. अचय लाल ने तुरंत पुलिस को फोन किया. वो दाताराम को हॉस्पीटल ले गए. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अहरौला थाने के स्टेशन ऑफिसर विजय प्रकाश यादव ने कहा कि दाता राम पुलिस को गौ तस्करों और जानवरों के साथ हो रहे अत्याचारों की सूचनाएं उपलब्ध करवाते थे. खबर जब स्थानीय लोगों को तक पहुंची तो आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग लेकर पुलिस थाने के आगे प्रदर्शन शुरू कर दिया. बाद में पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर तुरंत कार्रवाई का विश्वास दिलाया, तब लोग शांत हुए. मृतक के पुत्र वीर बहादूर ने जाकिब और इंतिकार के खिलाफ अहरौला थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. आजमगढ़ के कुरैशी निवासी दोनों आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें लोकल कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भिजवा दिया. गोहत्या करने पर मनु के बेटे को मिली कड़ी सजा
ये स्टोरी दी लल्लनटॉप के साथ जुड़े सुमेर सिंह राठौड़ ने लिखी है.