केंद्रीय मंत्री और BJP नेता शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने 1 मार्च को रामेश्वरम कैफ़े में हुए विस्फोट को लेकर तमिलनाडु (Tamilnadu) पर टिप्पणी की थी. उन्होंने दावा किया था कि संदिग्ध तमिलनाडु से था. लेकिन अब मंत्री ने अपना बयान वापस लेते हुए माफ़ी मांगी है. उन्होंने तमिलनाडु के लोगों से माफ़ी मांगते हुए अपनी पिछली टिप्पणियां वापस ली हैं. इस बयान को लेकर उनकी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Tamilnadu CM MK Stalin) के साथ सोशल मीडिया पर नोक-झोंक हुई थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि रामेश्वरम कैफ़े ब्लास्ट के लिए ज़िम्मेदार हमलावर को तमिलनाडु के कृष्णागिरि जंगलों में स्टालिन की नाक के नीचे प्रशिक्षित किया गया था.
रामेश्वरम कैफ़े ब्लास्ट को तमिलनाडु से जोड़ने पर केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने मांगी माफ़ी
Shobha Karandlaje की तमिलनाडु के CM MK Stalin से सोशल मीडिया पर नोक-झोंक हुई थी. स्टालिन ने शोभा के दावों को 'लापरवाह' बताया था.

दरअसल, मंत्री शोभा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसमें वो कहती दिख रही हैं,
"तमिलनाडु के लोग यहां आते हैं. प्रशिक्षण लेते हैं और यहां बम प्लांट करते हैं."
इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए स्टालिन ने उनके दावों को 'लापरवाह' बताया था. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सिर्फ़ NIA अधिकारी या मामले से क़रीबी से जुड़े अधिकारी को ही कॉमेंट करने का अधिकार होना चाहिए. एक सोशल मीडिया पोस्ट में स्टालिन ने लिखा,
"बीजेपी नेता शोभा करंदलाजे के पास ऐसे दावे करने का अधिकार नहीं है. मैं शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को ख़तरा पैदा करने के लिए उनके ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई करने की मांग करता हूं. तमिलनाडु और कर्नाटक के लोग BJP की इस विभाजनकारी बयानबाजी को ख़ारिज कर देंगे. चुनाव आयोग को इस नफरत भरे भाषण पर ध्यान देना चाहिए और तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए."
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री द्वारा आलोचना किए जाने के बाद शोभा ने भी कई ट्वीट करके उनको जवाब दिया. अपने जवाब में उन्होंने लिखा,
"आपके शासन में तमिलनाडु का क्या हाल हो गया है? आपकी तुष्टिकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को दिन रात हिंदुओं और BJP कार्यकर्ताओं पर हमले करने के लिए प्रोत्साहित किया है. ISIS जैसे आतंकी संगठनों के निशान वाले बम विस्फोट बार-बार होते हैं और आप आंखें मूंद लेते हैं. रामेश्वरम कैफे में बम प्लांट करने वाले आरोपी को आपकी नाक के नीचे कृष्णागिरी के जंगलों में प्रशिक्षित किया गया था."
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इसी बयान पर अब उन्होंने अब माफी मांगी है. उन्होंने X पर किए अपने पोस्ट में लिखा,
"मेरे तमिल भाइयों और बहनों.
मैं देख रही हूं कि मेरे कॉमेंट से कुछ लोगों को दुख पहुंचा है. इसके लिए मैं माफ़ी मांगती हूं. मेरी टिप्पणी पूरी तरह से कृष्णागिरी जंगल में ट्रेनिंग लेने वालों के लिए थी. रामेश्वर कैफे ब्लास्ट मामला भी कृष्णागिरी के जंगलों में ट्रेनिंग लेने वालों से जुड़ा है. मैं अपने दिल की गहराइयों से तमिलनाडु के लोगों से माफी मांगती हूं. इसके साथ ही, मैं अपनी पिछली टिप्पणी वापस लेती हूं."
बता दें कि इसके बाद से लगातार उनके ख़िलाफ़ बवाल हो रहा था.
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