पेरू के ऐमजॉन में रहने वाली Mashco Piro स्वदेशी जनजाति ने दो लकड़हारों की धनुष और बाण से हत्या कर दी है. आरोप है कि लकड़हारे उनकी ज़मीन पर अतिक्रमण कर रहे थे. इस घटना की जानकारी एक मानवाधिकार ग्रुप ने दी है. ग्रुप ने यह भी बताया है कि हमले के बाद से दो लकड़हारे लापता हैं और एक गंभीर रूप से घायल हो गया. उसका इलाज चल रहा है. माश्को पीरो जनजाति के लोगों से कभी संपर्क नहीं हो सका है.
जिस आदिवासी जनजाति से कोई संपर्क नहीं करता उनके इलाके में घुसे, तीर-कमान से मार डाला
Mashco Piro Indigenous tribe kills two people: हमले के बाद से दो लकड़हारे लापता हैं और एक गंभीर रूप से घायल हो गया.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस मानवाधिकार ग्रुप को FENAMAD नाम से जाना जाता है. यह ग्रुप पेरू के मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा करता है. इसका कहना है कि लकड़हारों और मूल निवासियों के बीच तनाव बढ़ रहा है. इसलिए सरकार को इनकी सुरक्षा के लिए कार्रवाई करनी चाहिए.
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FENAMAD ग्रुप दक्षिण-पूर्वी पेरू के Cusco and Madre de Dios क्षेत्रों में 39 मूलनिवासी समुदायों का प्रतिनिधित्व करता है. FENAMAD ने बताया कि यह घटना 29 अगस्त को Pariamanu नदी बेसिन में हुई है, जिसकी जानकारी अब दी गई है. इस नदी के जरिए लकड़हारे जंगलों में जाने का रास्ता बना रहे थे. उस समय उनका संपर्क इस जनजाति से हुआ. FENAMAD ने आगे कहा,
"पेरू सरकार ने अभी तक प्रभावित क्षेत्रों में वर्कर्स की सुरक्षता के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. यहां तक कि घटना के बाद अभी तक इस क्षेत्र में कोई अधिकारी नहीं आया है."
जुलाई में भी एक ऐसा ही हमला हुआ था. उस समय भी माश्को ने लकड़हारों पर ही हमला किया था. FENAMAD ने बताया कि यह हमला जुलाई के घटनास्थल से सिर्फ़ 25 किलोमीटर दूर हुआ है. कई अन्य रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 2022 में भी ऐसी घटना हुई थी. लकड़हारे मछली पकड़ रहे थे. उसी समय आदिवासी सदस्यों ने उन पर हमला किया. उन्होंने दो लकड़हारों पर तीर चलाया जिनमें से एक की मौत हो गई.
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