कुलगाम के घने जंगलों में तीन आतंकवादी मारे गए, एक सैनिक घायल हुआ, और ऑपरेशन अखाल अभी भी जारी है. भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस का यह जॉइंट ऑपरेशन 2025 में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़े अभियानों में से एक बन गया है. प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ये आतंकवादी उसके प्रॉक्सी संगठन शाखा टीआरएफ के ज़रिए, पहलगाम आतंकी हमले के पीछे के नेटवर्क का हिस्सा थे. उच्च तकनीक वाली निगरानी, ज़मीनी स्तर पर शीर्ष अधिकारियों की तैनाती और भीषण गोलीबारी के साथ, क्या यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की सबसे मज़बूत जवाबी कार्रवाई है? हारिस नज़ीर कौन था और वह हिटलिस्ट में सबसे ऊपर क्यों था? पूरी कहानी समझने के लिए, अभी पूरा वीडियो देखें.
ऑपरेशन अखाल: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सेना का ऑपरेशन, कैसे हुआ एनकाउंटर?
भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस का यह जॉइंट ऑपरेशन 2025 में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़े अभियानों में से एक बन गया है.
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