ऑनलाइन ट्यूशन प्लेटफॉर्म Unacademy से 'निकाले गए' टीचर करण सांगवान (Karan Sangwan) ने कहा है कि जो बात उन्होंने वायरल क्लिप में कही थी, वो गलत नहीं है. वो अभी भी अपनी बात पर ही रहेंगे. वायरल क्लिप में उन्होंने अपने स्टूडेंट्स से आने वाले चुनावों में एक पढ़े-लिखे व्यक्ति को वोट देने की बात कही थी. इस वायरल क्लिप के बाद चर्चा में आए करण सांगवान ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि जब Unacademy ने उन्हें सस्पेंड किया तब वो बहुत रोए थे.
करण सांगवान को Unacademy से जिस बात पर निकाला गया, अब उस पर उनका क्या कहना है?
करण सांगवान ने अपना दर्द भी बयान किया. बोले कि Unacademy से निकाले जाने के बाद वो बहुत रोए, तब उनकी मां उनके साथ ही बैठी थीं.

करण ने इंडिया टुडे से जुड़ी कमलजीत संधू से बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें इस बात को कोई अंदाजा नहीं था कि ऐसे क्लिप वायरल कर दी जाएगी. उसे गलत तरीके से दर्शाया जाएगा. वीडियो को लोग अपने-अपने हिसाब से समझने लगे. उन्होंने कहा,
“टीचर होने के नाते मेरी एक ड्यूटी बनती है. मैं मेरे स्टूडेंट्स को सही मार्गदर्शन दे सकूं. तो उस बात को मैंने मेरे स्टूडेंट्स से एक जनरल स्टेटमेंट के जैसे ही कहा. क्योंकि पढ़ाई सिर्फ वो नहीं है जो आप क्लासरूम में पढ़ रहे हो. इसके अलावा आप समाज में कैसे बैठते हो, कैसे उठते हो. ये सब भी जरूरी होता है. ये सब मुझे मेरे टीचर्स ने सिखाया और यही मैं मेरे स्टूडेंट्स को सिखा रहा था. उनके अच्छे भविष्य के लिए.”
CRPC, IPC की बात पर उन्होंने कहा कि उन्हें CRPC, IPC से कोई दिक्कत नहीं है. उनकी पुरानी Unacademy वाली वीडियोज़, उनके अपने यूट्यूब चैनल पर ऐसी कोई भी वीडियो नहीं है जिससे यह बात साबित हो. उन्होंने कहा,
कोड ऑफ कंडक्ट“पढ़ाना मेरा जुनून है. मुझे पढ़ाना अच्छा लगता है. मैंने उस वीडियो में किसी भी आदमी या किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. लेकिन फिर भी मुझ पर आरोप लगाया गया कि मैं किसी पार्टी के बारे में बात कर रहा हूं.”
करण सांगवान पर आरोप लगाया कि उन्होंने Unacademy के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया है. इस बात पर करण ने कहा कि कोड ऑफ कंडक्ट के अग्रीमेंट में लिखा हुआ है कि आप कोई भी "राजनीतिक बयान" नहीं देंगे. लेकिन "राजनीतिक बयान" की कोई परिभाषा कहीं पर भी नहीं है कि ये क्या होता है. उन्होंने कहा,
करण का अगला कदम क्या होगा?"Unacademy ने मुझे अपने ईमेल में एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट भेजा, कहा कि ये "राजनीतिक बयान" है. जिसकी वजह से उनकी प्रतिष्ठा ख़राब हो रही. मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि Unacademy ने मुझसे इस बारे में कोई बात भी नहीं की. लेकिन मैं अभी भी अपनी बात पर रहूंगा. मैंने आगे भी स्टूडेंट्स को यही बात कहूंगा कि आप पढ़े-लिखे इंसान को चुनें. क्योंकि शिक्षा सबकी जिंदगी में एक जरूरी भूमिका निभाती है."
बातों-बातों में करण ने बताया कि जब Unacademy ने उन्हें टर्मिनेशन लेटर भेजा था तब वो रोने लगे थे. उन्होंने कहा,
"मैं बहुत परेशान हो गया था. मेरी मां मेरे साथ बैठी थीं. बार-बार पूछ रही थीं कि क्या हुआ लेकिन मैं उन्हें बता नहीं पा रहा था. मेरे स्टूडेंट्स का मेरे पास फ़ोन आया. वो भी रोने लगे और मैं भी."
करण से जब आगे पूछा गया कि अब वो आगे क्या करेंगे तो जवाब में उन्होंने बताया कि Unacademy में आने से पहले से ही वो अपने यूट्यूब चैनल पर पढ़ाते थे. जिसका नाम हैundefined. अब इस चैनल पर वो लोगों को मुफ्त पढ़ाएंगे.