The Lallantop

उदयपुर: चाकू से जख्मी बच्चे की किडनी में दिक्कत, बुलाए गए एक्सपर्ट, बीच तनाव BJP विधायक क्या बोले?

Udaipur के कलेक्टर Arvind Poswal ने बताया कि कुछ लोग 17 अगस्त की सुबह अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हो गए थे. लेकिन उन्हें शांत कराया गया है. अब कैसे हालात हैं? इस बीच बीजेपी के विधायक ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसकी आलोचना हो रही है.

post-main-image
कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि आगजनी में शामिल अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एक FIR दर्ज की गई है. (फ़ोटो - आजतक)

उदयपुर में 10वीं के छात्रों के बीच झड़प के बाद से पूरे शहर का माहौल तनावपुर्ण हो गया है. पथराव, वाहनों में आगजनी और मॉल में तोड़फोड़ के बीच बाजार बंद कर दिए गए हैं. इस बीच, उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि घटना में जख़्मी बच्चे की किडनी में कुछ दिक़्क़त आ गई है. उसकी जांच के लिए प्राइवेट अस्पतालों से एक्सपर्ट डॉक्टरों को बुलाया गया है. वहीं, डॉक्टर्स की टीम ने 16 अगस्त की रात एक ऑपरेशन किया था. 17 अगस्त को उसका दूसरा ऑपरेशन होने की संभावना है.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक़, कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि आगजनी में शामिल अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एक FIR दर्ज की गई है. कुछ लोग 17 अगस्त की सुबह अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हो गए थे. लेकिन उन्हें शांत कराया गया है.

विधायक ने कर दी बुलडोजर चलाने की मांग

इस बीच उदयपुर रूरल के BJP विधायक फूल सिंह मीना ने आरोपी के घर बुलडोज़र चलाए जाने की मांग कर दी है. उनका कहना है कि शहर में कन्हैयालाल हत्याकांड जैसा उबाल है, हादसे ने दंगे का रूप ले लिया है. ऐसे हादसों को रोका जाना ज़रूरी हो गया है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी गुनाह किया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, कई लोग ऐसे तनाव वाले माहौल में उनके ऐसे बयान की आलोचना भी कर रहे हैं.

पूरा मामला क्या है?

घटना उदयपुर के भट्ठियानी चौहट्टा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की है. लंच ब्रेक के बाद 10वीं क्लास में पढ़ने वाले दो छात्रों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई. दोनों की उम्र 15 साल बताई गई. मामला इतना बढ़ा कि एक छात्र ने दूसरे को चाकू मार दिया. इसके बाद आरोपी नाबालिग फरार हो गया. घायल छात्र को महाराणा भूपाल (MB) अस्पताल पहुंचाया गया. छात्र का इलाज जारी है. बताया गया कि उसकी स्थित नाजुक है और उसे ICU में शिफ़्ट किया गया है.

जानकारी के मुताबिक़, दोनों छात्र अलग-अलग समुदाय के थे. जब हिंदू संगठन को इसके बारे में पता चला, तो संगठन के लोग अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए और जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित भीड़ ने शहर में कई वाहनों के साथ तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया. संगठन के लोगों ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें - कोलकाता रेप-मर्डर: RG Kar Medical College के पूर्व प्रिंसिपल से पूछताछ, CBI के रडार पर कौन?

पुलिस ने अब तक क्या-क्या किया?

उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एडिशनल SP उमेश ओझा, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट समेत कई अधिकारियों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की. इलाक़े में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लगाई गई है. 16 अगस्त की रात 10 बजे से अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

वीडियो: उदयपुर टेलर कन्हैयालाल पर एक साल से बेटा क्या सौगंध लिए बैठा है?