The Lallantop

TRS का नाम 'भारत राष्ट्र समिति' हुआ, BJP बोली- केसीआर ने तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया

KCR 2024 लोकसभा चुनाव के लिए एक अलग मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे हैं.

post-main-image
तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (फाइल फोटो- PTI)

राष्ट्रीय राजनीति में खुद को स्थापित करने की महत्वाकांक्षा रखने वाले तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (KCR) ने इस दिशा में एक कदम बढ़ा दिया है. KCR ने 5 अक्टूबर को घोषणा कर दी कि उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का नाम अब भारत राष्ट्र समिति (BRS) होगा. पार्टी की जनरल बॉडी मीटिंग में नाम बदलने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. TRS की स्थापना के 21 साल बाद पार्टी का नाम बदला गया है. टीडीपी से अलग होने के बाद KCR ने अप्रैल 2001 में टीआरएस बनाई थी.

इंडिया टुडे से जुड़ीं अपूर्वा जयचंद्रन की रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद में पार्टी की बैठक के बाद केसीआर ने पारित प्रस्ताव को पढ़ा. इस दौरान पार्टी के मंत्री, सांसद, विधायक, MLCs और जिला स्तर के नेता भी मौजूद थे. तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने बताया कि पार्टी का झंडा पहले की तरह कार का चिन्ह होगा लेकिन इसके आउटलाइन में भारत का नक्शा होगा.

KCR ने लोगों को धोखा दिया- बीजेपी

पार्टी ने नाम बदलने को लेकर चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है. इसमें कहा गया है कि TRS ने अपनी जनरल बॉडी मीटिंग में पार्टी का नाम बदलकर 'भारत राष्ट्र समिति' होगा. साथ ही इसी मीटिंग में पार्टी के संविधान में भी जरूरी बदलाव किए गए हैं.

TRS का नाम बदलने पर बीजेपी के कई नेताओं ने केसीआर पर निशाना साधा है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा, 

"तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी अब भारत राष्ट्र समिति हो गया है. इस तरह KCR ने TRS को छोड़ दिया, जिन्होंने तेलंगाना की भावनाओं का इस्तेमाल किया था. क्योंकि इन्होंने अपने परिवार को नए राज्य में सत्ता के शिखर तक पहुंचाने के मकसद को पूरा कर लिया है. जो लोगों को धोखा देते हैं उन्हें जरूर सजा मिलती है."

2019 में भी KCR ने की थी कोशिश

तेलंगाना सीएम लंबे समय से राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. अगले साल तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. केसीआर 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पहले से ही एक अलग मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, केसीआर जल्द ही अपने आगे की योजनाओं और राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी की भूमिका के बारे में बताने वाले हैं. TRS सूत्रों ने बताया कि पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव में कई राज्यों से उम्मीदवारों को खड़ा करेगी. 

इस साल की शुरुआत में KCR ने उद्धव ठाकरे, शरद पवार, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव और लेफ्ट के नेताओं से मुलाकात की थी. पिछले महीने वे नीतीश कुमार से मिलने बिहार भी गए थे. केसीआर का कहना है कि उनकी कोशिश राष्ट्रीय राजनीति में बने ‘निर्वात’ (वैक्यूम) को भरने की है. 2019 लोकसभा चुनाव के वक्त भी गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेस फ्रंट बनाने की कोशिश की थी. लेकिन वे सफल नहीं हो पाए थे.

वीडियो: KCR के आने पर नीतीश कुमार ने पोस्टर लगवा क्या बड़ा खेल किया?