The Lallantop

मीट कम खाओ, नहीं तो टर्मिनेट हो जाओगे, ऐसा बोल रहे हैं टर्मिनेटर अर्नोल्ड

चीन की न्यूट्रिशनल सोसायटी ने अर्नोल्ड श्वॉर्जनेगर, जेम्स कैमरून और एक्ट्रेस ली बिंगबिंग को अपने राष्ट्रीय अभियान में जोड़ा है. अभियान है अपने लोगों में मीट की खपत 50 परसेंट कम करवाना.

Advertisement
post-main-image
नहीं, नहीं, गोली नहीं मारेंगे. ये तो बस द एक्सपेंडेबल्स-2 का सीन है.
रॉकी बैलवोआ हों या टर्मिनेटर, अपने-अपने शरीर सौष्ठव के दौर में दोनों ने खूब अंडे पिए, मुर्गे तोड़े और बीफ चबाया लेकिन द टर्मिनेटर को अब दुनिया के टर्मिनेट होने की चिंता है. वो भी मीट खाने से खत्म हो सकती है. इसीलिए एक पहल से जुड़े हैं और लोगों से एनिमल प्रोडक्ट खाना बंद करने या कम करने की अपील कर रहे हैं.
अर्नोल्ड श्वॉर्जनेगर कब सरप्राइज कर दें कोई आइडिया नहीं. अभी 2013 में ही सिलवेस्टर स्टेलॉन के साथ उनकी फिल्म आई थी एस्केप प्लान. इसमें एक सीन में स्टेलॉन के हाथ का मुक्का खाने के बाद वे बोले थे, you hit like a vegetarian
मतलब तुम्हारे मुक्के में दम नहीं, शाकाहारी हो क्या?
अब ये ऑफेंसिव लगने वाली बात थी लेकिन किसी की भावना न जाने क्यों आहत नहीं हुई?
https://youtu.be/LLaOIXXalK8?t=19
ज्यादा वक्त नहीं हुआ और अब अर्नी कह रहे हैं कि शाकाहारी हो जाओ. उनके साथ जेम्स कैमरून भी ऐसा बोल रहे हैं. जेम्स ने ही अर्नी की पहली दो टर्मिनेटर फिल्में डायरेक्ट की थीं. फिर उन्होंने टाइटैनिक जैसी ब्लॉकबस्टर रची. उनकी पिछली फिल्म अवतार ने सबको दंग कर दिया. अब वे इसी की कई सीक्वल लाने जा रहे हैं. फिल्में बन रही हैं.
जेम्स भी Eat less meat अभियान में शामिल हैं. अब उनके देश के राष्ट्रपति और डायटरी गाइडलाइन्स वाले लोग तो कुछ कर नहीं रहे, लेकिन चीन की सरकार अपने मुल्क में इसे लेकर गंभीर है इसलिए इन सितारों के सहारे अपने यहां मीट की खपत कम करवाने को लेकर लोगों को प्रोत्साहित कर रही है.
अर्नोल्ड श्वॉर्जनेगर और जेम्स कैमरून.
अर्नोल्ड श्वॉर्जनेगर और जेम्स कैमरून.

वैसे ये मामला गंभीर है.
चीन में पशुधन और उनके मीट उत्पादों से ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन, लोगों के मोटापे, हाइपरटेंशन, डायबिटीज़ में वृद्धि हो रही है. 2030 तक यहां मीट की खपत मौजूदा से तीन गुना बढ़ जाएगी जिसके खतरनाक परिणाम होंगे. हालांकि एक चीनी नागरिक अमेरिकी से आधा ही मीट खाता है लेकिन चूंकि मुल्क की जनसंख्या इतनी ज्यादा है तो असर भी ज्यादा है. चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि अगर उनके 103 करोड़ लोग मीट उपभोग पर उनकी राय मानें तो वैश्विक खेती में गैसों के उत्सर्जन में 12 परसेंट कमी आएगी.
इस मुल्क में लोग समृद्ध हो रहे हैं लेकिन बीमारियां बढ़ रही हैं. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय दबाव में है. पिछले महीने ही चीन की न्यूट्रिशनल सोसायटी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर लोगों की डायट को लेकर नए दिशा-निर्देश बनाए हैं जिनमें मीट कम करने को कहा गया है. इसमें 'फूड डायट पगोडा' पहल शामिल है.
Screen Shot 2016-06-20 at 1.04.18.jpg

चीन की न्यूट्रिशनल सोसायटी ने ही अर्नोल्ड, जेम्स कैमरून और स्टार एक्ट्रेस ली बिंगबिंग को राष्ट्रीय अभियान में जोड़ा है. लोगों से अनुरोध करने के लिए कि अपनी मीट की खपत आधी कर लें. इस अभियान को नाम दिया गया है - Less Meat, Less Heat, More life. इस अभियान में सहयोग कर रही संस्था वाइल्डएड के साथ मिलकर अर्नोल्ड-जेम्स ने नया कैंपेन शूट किया है.
ली बिंगबिंग ट्रांसफॉर्मर्स-4 के प्रमोशनल टुअर के दौरान हीरो मार्क वॉलबर्ग और डायरेक्टर माइकल बे के साथ.
ली बिंगबिंग ट्रांसफॉर्मर्स-4 के प्रमोशनल टुअर के दौरान हीरो मार्क वॉलबर्ग और डायरेक्टर माइकल बे के साथ.
इसमें जेम्स कहते नजर आते हैं, आपको इसका सम्मान करना चाहिए कि चीन ऐसा कर रहा है. एक नेतृत्वकर्ता ऐसा होता है. जेम्स पर्यावरण को लेकर अपनी सोच के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपनी फिल्म अवतार में भी अमेरिकी सेना और क़ॉरपोरेट्स को विलेन बताया था और दूसरे ग्रह के नीले प्राणियों को हीरो जो प्रकृति प्रेमी होते हैं. वे कहते हैं, मैं खुद को पर्यावरणवादी कैसे कह सकता हूं अगर मैं अपनी खान-पान की आदतों से पर्यावरण के क्षरण में योगदान दे रहा हूं.
https://vimeo.com/169913909
इसमें अर्नोल्ड कहते दिखते हैं कि उनके जानने वाले धीरे-धीरे मीट खाना कम कर रहे हैं और वे लोग कहते हैं कि शानदार महसूस कर रहे हैं.
उनकी एक टिप्पणी ऐसी भी आती है जिसमें वे स्पष्ट करते हैं कि बॉडी बनाने के लिए मीट खाने का लॉजिक सही नहीं है, अगर वो लोग आपसे कहते हैं कि ताकतवर बनने के लिए ज्यादा मीट खाओ तो उनके झांसे में मत आओ. अर्नोल्ड पहले कह चुके हैं कि अगर आप शाकाहारी हैं तो शरीर सौष्ठव के लिए प्रोटीन सब्जियों और बिना मांस के स्त्रोतों से पा सकते हैं. मैंने बहुत से बॉडी बिल़्डर्स को देखा है जो शाकाहारी हैं और वे बहुत मजबूत और स्वस्थ हैं.
वे पहले कह चुके हैं कि कुल 28 फीसदी ग्रीनहाउस गैसें मीट खाने और पशुधन से पैदा होती है.

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement