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'दी लल्लनटॉप' के राइटर अनिमेष मुख़र्जी को यंग जर्नलिस्ट अवॉर्ड!

दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में उन्हें श्री हरिकृष्ण त्रिवेदी युवा पत्रकार सम्मान दिया जाएगा.

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अनिमेष मुखर्जी.
यंग जर्नलिस्ट अनिमेष मुख़र्जी को इस साल का 'श्री हरिकृष्ण त्रिवेदी स्मृति युवा पत्रकार सम्मान' देने की घोषणा हुई है. बता दें कि वे लल्लनटॉप से जुड़े हुए हैं. अवॉर्ड मिलने की घोषणा हुई तब से ज़मीन से 6 इंच ऊपर चल रहे हैं. उनकी टीम तो इस उपलब्धि पर गौरवान्वित है लेकिन मिठाइयों के दौर नहीं चल रहे हैं. क्या करें it happens!
ये अवॉर्ड पत्रकारिता के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे युवाओं को मोटिवेट करने के लिए हर साल दिया जाता है. ज्यूरी में शामिल और अवॉर्ड समारोह के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर पुष्पेश पंत ने बताया कि इसे दैनिक हिन्दुस्तान के पूर्व एडिटर दिवंगत हरिकृष्ण त्रिवेदी की याद में दिया जाता है. सैरेमनी का ये तीसरा साल है. सम्मान राशि 1.5 लाख रुपए है.
अनिमेष राइटर, कवि और डाक्यूमेंट्री फिल्ममेकर भी हैं. बंगाल मूल के हैं. फ़र्रुख़ाबाद में रहे हैं. उनके काम में उल्लेखनीय है पिछले साल आई डॉक्यूमेंट्री Maletha Uncrushed - Mothers of Mountains जो उत्तराखंड के एक गांव मलेथा में गैर-कानूनी खनन के खिलाफ़ स्थानीय महिलाओं के आन्दोलन पर आधारित है. इंटरनेशनल ओपन फिल्म फेस्टिवल ऑफ न्यू यॉर्क में भी इसमें शामिल किया गया था. पुष्पेश पंत ने 'दी लल्लनटॉप' के लिए किए अनिमेष के काम की सराहना की. खासतौर पर अलेप्पो पर लिखी स्टोरी, मणिपुर के हालातों पर लिखे आर्टिकल और संगीत पर लिखे एक खूबसूरत पीस की. ये भी संतोष ज़ाहिर किया कि पहली बार दूरदर्शन और रेडियो के बाहर ये पुरस्कार जा रहा है. पंत ने कहा कि नए कलेवर, नए तेवर की हिंदी में जो काम लल्लनटॉप कर रहा है वो सराहनीय है. ये अवॉर्ड इलेक्ट्रॉनिक के अलावा प्रिंट के पत्रकारों को दिया जाता है. प्रिंट के लिए इस साल यतीन्द्र मिश्र को ये पुरस्कार दिया जा रहा है. उनकी कृति 'फैज़ाबाद शहरनामा' के लिए. उनकी 'सुर की बारादरी' और 'लता सुरगाथा' जैसी कृतियां भी चर्चित रही हैं. अनिमेष को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों में लगातार सार्थक रचनात्मक सक्रियता के लिए ये पुरस्कार दिया जा रहा है. इस पुरस्कार के लिए अधिकतम आयु 40 साल हो सकती है. इस बार ज्यूरी में पुष्पेश पंत, शरद दत्त, लीलाधर मांडलोई, मृणाल पांडे और कवयित्री अनामिका शामिल थे. iran (4) इस मौके पर टीम के सब साथियों ने अनिमेष से चुहलबाज़ी करते हुए कुछ प्रश्न पूछे. ज्यादातर हंसी-मजाक में. #ऐसा क्या लिख दिए भैया जो लोग लपक के पुरूस्कार दे रहे? - इस पर रीसर्च जारी है. पता चलते ही बता देंगे. #कितने दिनों तक पार्टी देंगे? - पार्टी की बंदरबांट चलती रहेगा जब तक केतन मिश्रा उधार देते रहें. #पुरस्कार वापसी करोगे? करोगे तो कौन सा मुद्दा इस लायक मानते हो? - हां ज़रूर करेंगे. लेकिन दूसरा मिल जाने पर. स्पेयर में एक रहना चाहिए. #फेमिनिज्म पे लिखते हो? वो मेरा इलाका है. - मैं इतना एवरेज फेमिनिस्ट हूं कि बनियान भी अमूल माचो की पहनता हूं. #लल्लनटॉप से जुड़ने के बाद सबसे बड़ा अचीवमेंट क्या है? - साक्षात भगवान यानी चचा से मुलाक़ात हुई. #साथियों में किसका लिखा पसंद करते हैं? - सरपंच सौरभ द्विवेदी को लल्लनटॉप के पहले से पढ़ता और पसंद करता आया हूं. और किसी एक साथी का नाम ले के बाकियों से जूते खाने का मुझे शौक नहीं है. हां ‘जी अमित जी’ ने इधर जो अपने यूपी दौरे से साहित्यिक पॉलिटिकल रिपोर्ट्स भेजनी शुरू की हैं उनकी गुणवत्ता देख के भौंचक हूं. #अपनी तरफ से कुछ कहना है? बिगाड़ के डर से ईमान की बात करना नहीं छोड़ेंगे. और इसके लिए ज़मीन उपलब्ध कराने के लिए आपका दिल से शुक्रिया. (रविवार, 5 फ़रवरी को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में इस पुरस्कार समारोह का आयोजन होगा. हम अनिमेष और अन्य विजेताओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.)
अनिमेष की कुछ स्टोरीज़ यहां पढ़ सकते हैंः

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