तेलंगाना में एक चलती ट्रेन की तीन पैसेंजर बोगी में भयंकर आग लग गई. जो तस्वीर आई है, उसमें ट्रेन की बोगियां बुरी तरह जलती दिख रही है. 7 अप्रैल की सुबह करीब साढ़े 11 बजे हावड़ा से सिकंदराबाद जा रही फलकनुमा एक्सप्रेस की बोगी में आग लगी. ये हादसा नालगोंडा के पास हुआ है. अधिकारियों ने बताया है कि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है. आग लगते ही ट्रेन से यात्रियों को उतार दिया गया था. उन्हें पहुंचाने के लिए दूसरी व्यवस्था की जा रही है.
चलती ट्रेन के तीन डब्बों में लगी आग, जरा सी देरी होती तो सैकड़ों लोग जल जाते
जलती ट्रेन का डरावना वीडियो भी सामने आया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि पगिडीपल्ली और बोम्मईपल्ली स्टेशन के बीच ट्रेन में आग लगी. ट्रेन की S4, S5 और S6 बोगियों में आग लगी थी. सूचना मिलते ही तुरंत ट्रेन रोक दी गई और यात्रियों को उतारा गया. दमकल और आपदा राहत अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. आग लगने की वजह अभी तक सामने नहीं आई है.
दक्षिण-पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) ने बताया कि एक बार ट्रेन की आग बुझाने पर ट्रेनों के कैंसिल करने और वैकल्पिक रूट को लेकर जानकारी दी जाएगी.
वहीं तेलंगाना के डीजीपी अंजनी कुमार ने बताया कि ट्रेन की 7 बोगियों में आग लगी थी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
"सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीके से निकाल लिया गया और उन्हें बसों में शिफ्ट किया गया है. पुलिस, दमकल विभाग और रेलवे मिलकर काम कर रहे हैं. अब तक किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है. 18 में से 11 बोगियों को अलग कर लिया गया. 7 बोगियों में आग लगी थी, जिसमें से तीन बोगी की आग बुझा ली गई."
पिछले महीने हावड़ा से ही चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बड़े हादसे का शिकार हुई थी. 2 जून को कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बहानगा स्टेशन के पास लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. इसके बाद ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इसी दौरान दूसरे ट्रैक से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस कोरोमंडल के उन डिब्बों से टकरा गई. इस हादसे में 292 लोगों की मौत हुई और एक हजार से ज्यादा यात्री घायल हुए. इस हादसे के एक महीने बाद भी कई परिवारों को अपने लोगों के शव नहीं मिल पाए हैं. कई शवों की पहचान नहीं हो पाई है.
वीडियो: ओडिसा ट्रेन एक्सीडेंट के बाद इस रिपोर्ट में हादसे के जिम्मेदारों पर बड़ा खुलासा हो गया |