सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी. सुनवाई ऑनलाइन चल रही थी. इसी दौरान जस्टिस माहेश्वरी की नज़र एक शख्स पर पड़ती है जो केस में एक पक्ष का हिस्सा था. जस्टिस महाश्वेरी देखते हैं कि वह शख्स अपनी गोद में तकिया रखकर ऐसे बैठा था जैसे लोग अपने ड्रॉइंग रूम में गपशप करते हैं.
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में तकिये के साथ दिखा शख्स, जज ने वकील को दिन में तारे दिखा दिए
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच एक मामले की ऑनलाइन सुनवाई कर रही थी. तभी जज ने देखा कि एक शख्स तकिया लेकर बैठा है. इसके बाद जस्टिस वर्मा ने तगड़ी डांट लगाई.

बार एंड बेंच के मुताबिक इतना देखना भर था कि जस्टिस माहेश्वरी नाराज़ हो गए. उन्होंने कहा,
वो इस तरह पेश नहीं हो सकते. वो तकिया लेकर ऐसे नहीं बैठ सकते. यह सुप्रीम कोर्ट है.
कोर्टरूम के शिष्टाचार का पालन ना करने पर जस्टिस माहेश्वरी इतना नाराज़ हुए कि उन्होंने केस खारिज करने तक की बात कह दी.
मामला बिगड़ता देख वकील पिक्चर में आए. उन्होंने अपने स्तर पर मामला सुलटाने की कोशिश की. बोले,
माई लॉर्ड्स, मैं उनकी ओर से माफी मांगता हूं.
लेकिन सुप्रीम कोर्ट के लिए यह बर्ताव उचित नहीं था. वकील ने बीचबचाव करने की कोशिश तो की, लेकिन जस्टिस माहेश्वरी संतुष्ट नज़र नहीं आए. न्यायमूर्ति माहेश्वरी बोले,
उसे यह जानना चाहिए कि... इस संस्था में एक मर्यादा होती है.
जस्टिस माहेश्वरी का पारा चढ़ता जा रहा था. वकील के पास माफी मांगने के अलावा और कोई चारा नहीं था. उन्होंने फिर माफी मांगी और कहा,
मैं बहुत शर्मिंदा हूं. मैं तह-ए-दिल से माफी मांगता हूं.
इसके बाद जस्टिस माहेश्वरी ने वकील को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा,
आपको अपने मुवक्किलों को समझाना चाहिए. वे कोर्ट में याचिका दायर कर रहे हैं. यह सिर्फ हमारी संस्था नहीं है, यह आपकी भी संस्था है.
इस पर वकील ने फिर माफी मांगी. उन्होंने कहा,
मैं बहुत शर्मिंदा हूं. कृपया क्षमा करें.
यह पहला मामला नहीं है जब ऑनलाइन सुनवाई के दौरान कोर्ट की मर्यादाओं का पालन ना करने पर याचिकाकर्ताओं या उनके वकीलों को डांट पड़ी हो. कोरोना महामारी के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ऑनलाइन सुनवाई शुरू की थी. जून 2020 में एक वकील टी-शर्ट पहनकर बिस्तर पर लेटे-लेटे कोर्ट की कार्रवाई में शामिल हुए. ये देख कोर्ट ने वकील को तुरंत झाड़ लगाई.
ऐसे ही पिछले साल जुलाई में ऑनलाइन सुनवाई के दौरान एक शख्स बनियान पहनकर कोर्ट की कार्रवाई में शामिल हो गया था. तब भी कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई थी.
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