The Lallantop

गुजरात: OBC समाज का दूल्हा घोड़ी चढ़ा तो लोगों ने पत्थरबाजी कर दी, 8 पुलिसवाले घायल हो गए

इतनी तैयारियों के बावजूद 150-200 लोगों की भीड़ ने बारात पर पथराव कर दिया. इस हमले में 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है. 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Advertisement
post-main-image
सांकेतिक फोटो (साभार: इंडिया टुडे)

गुजरात (Gujarat) में एक बार फिर से ओबीसी समाज से आने वाले दूल्हे को घोड़ी नहीं चढ़ने दिया गया. गांव के ही क्षत्रिय समुदाय के कुछ लोगों ने दूल्हे का घोड़ी पर चढ़कर बारात ले जाने का विरोध किया. इसकी वजह से दूल्हे ने पुलिस से भी सुरक्षा मांगी. दूल्हे और बारात को पुलिस सुरक्षा मिलने के बाद भी उनके साथ हिंसा की गई. यही नहीं बारात के साथ-साथ पुलिसवालों पर भी हमला हुआ. जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement
मामला क्या है? 

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मामला बनासकांठा (Banaskantha) जिले के कुमप्त गांव का है. यहां दीसा ग्रामीण थाने में तैनात इंस्पेक्टर एम जे चौधरी के मुताबिक घटना 28 मई की शाम करीब साढ़े 4 बजे की है. दूल्हे विष्णु सिंह चौहान की बारात गांव के ही एक मंदिर से शुरू हुई. पूरी बारात को पुलिस ने सुरक्षा दी थी. उन्होंने आगे बताया, 

"दूल्हा विष्णु सिंह चौहान कोली ठाकुर समुदाय से आता है. उसकी शादी तय होने के बाद से ही उसे गांव के क्षत्रिय समुदाय के लोग उसे लगतार धमकियां दे रहे थे कि उसे बारात में घोड़ी पर नहीं बैठना है. युवक ने इसी के चलते पुलिस से मदद मांगी थी. उसकी सुरक्षा के लिए तीन थानों की पुलिस लगी थी. हमने गांव के बुजुर्गों से भी बात की थी."

Advertisement

उन्होंने आगे बताया कि इतनी तैयारियों के बावजूद 150-200 लोगों की भीड़ ने बारात पर पथराव कर दिया. इस हमले में 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है. इंस्पेक्टर ने बताया,  

" इस भीड़ में कालू सिंह सोलंकी नाम का एक व्यक्ति हाथ में बांस लेकर मेरे पास आकार कहने लगा कि दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ाकर हम उसके गांव की परंपरा को तोड़ रहे हैं. इसके बाद उसने मेरे ऊपर लठियां बरसानी शुरू कर दीं और बाकी ग्रामीण पत्थर मारने लगे. इस हमले में हमारे 8 जवान घायल हुए हैं और पुलिस की पांच गाड़ियों को नुकसान हुआ है."

पुलिस ने क्या किया?

पुलिस के मुताबिक, इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक 82 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 307, 332 और 333 के तहत FIR दर्ज हो चुकी है. अबतक 70 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. जिसमें कालू सिंह सोलंकी भी शामिल है. इस हिंसा में इंस्पेक्टर एम जे चौधरी, सब इंस्पेक्टर एस जे देसाई, सर्कल इंस्पेक्टर के पी गाधवी, सिपाही संजयदन, विक्रमदन, भारत भाई भावेश कुमार, दिनेश कुमार घायल हुए हैं.   

Advertisement

हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने की पूरी कहानी

Advertisement