पर बस्तर में आज CRPF और पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया है.
दो खतरनाक औरतें, जिनके पीछे महीनों से पड़ी थी पुलिस और CRPF
जिनको पुलिस को उड़ाने में भी नहीं है कोई डर.
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फोटो - thelallantop
दो जवान औरतें. CRPF और पुलिस खोज रही हैं इनको जंगलों में. इनके ऊपर इनाम है. 9 लाख और 1 लाख का. नाम मालूम है. सोनी और सोनाय. पर फोटो नहीं है. सुकमा, दंतेवाड़ा जैसे इलाकों में रहती हैं ये. छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के नक्सली इलाकों में घूमती रहती हैं. कई तरह की बोलियां बोलती हैं. आसानी से वहां की पब्लिक में घुल-मिल जाती हैं. नक्सलियों की जो इमेज है, उससे अलग हैं दोनों.
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दोनों ही बेहद खतरनाक और शातिर हैं
CRPF और पुलिस दोनों ही नहीं खोज पा रही थीं. CRPF के 78 जवानों को दंतेवाड़ा में मार दिया था नक्सलियों ने. ये दोनों औरतें अभी हाल में हुए आन्ध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारियों को मारने की आरोपी हैं. दोनों को खूंखार नक्सलियों में गिना जाता है. सोनी नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी कमांडर और सनाय एरिया कमिटी मेंबर है. दोनों ही CRPF और पुलिस पर हमलों में शामिल थीं. डेढ़ दर्जन मामलों में दोनों आरोपी हैं. इस इलाके में दोनों के होने की कई बार सूचना मिली पुलिस को. पर कोई पहचान ना होने के कारण पुलिस कुछ नहीं कर पाई. सोनी तो नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी कमांडर थी. इसलिए उसके साथ हमेशा 6-7 नक्सली मौजूद रहते थे. पुलिस के हरकत में आने से पहले ये लोग नदारद हो जाते. जरूरत पड़ने पर दो-दो हाथ कर लेते. पर सोनी हाथ ना आती.
बारिश के चलते जंगल छोड़ गांवों में आना पड़ा, पर पुलिस घात लगाये बैठी थी
इस बार CRPF के ख़ुफ़िया लोगों को सोनी के एक गांव में आने की जानकारी मिली तो जबर घेराबंदी की गई. पुलिस को भी बुला लिया गया. आज-कल बस्तर में जबरदस्त बारिश हो रही है. इसलिए सारे नक्सली भेष बदलकर गांवों में छिपे हुए हैं. तो CRPF और पुलिस तैयार थे इस सूचना के लिए. दोनों ही औरतों को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से AK-47 और कई तरह के हथियार मिले. अभी तक ये क्लियर नहीं है कि ये लोग गांव वालों को धमकाकर वहां छुपे थे या गांव वाले वाकई में इनकी मदद करते हैं.
ट्रक उड़ाने के बाद एक नक्सली औरत ने गिल्ट फील किया
इसके अलावा नारायणपुर में एक नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया है. फूलो सलाम नाम की औरत. इस पर 3 लाख का इनाम था. इन पर पुलिस पर हमले के दो दर्जन मामले दर्ज हैं. अभी कुछ दिन पहले नारायणपुर सुकमा रोड पर सड़क निर्माण में लगे ट्रकों और डंपरों को जला दिया था इन्होंने. पर बात करते हैं आदिवासियों के हितों की. रोड भी नहीं बनने देते. पर इस वारदात के बाद फूलो का मन बदल गया था. वो पुलिस से बात कर रही थी आत्मसमर्पण के लिए.Advertisement
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