चेतन भगत (दाएं, फाइल फोटो- चेतन भगत का ट्विटर) ने हाल ही में एक अख़बार में आर्टिकल लिखा था. थरूर (बाएं, फाइल फोटो- PTI) ने इसी पर रिएक्ट किया है.
चेतन भगत. राइटर हैं. मशहूर हैं. इन्होंने 13 सितंबर को 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के लिए एक आर्टिकल लिखा. टाइटल -
The youth need to shut their phones and ask about the economy. इसमें उन्होंने देश की डूबती जीडीपी का रेफरेंस लेते हुए देश के युवाओं से बात की. लिखा कि उनको अब तमाम डिस्ट्रैक्शंस छोड़कर अर्थव्यवस्था जैसे ज़रूरी मुद्दे उठाने होंगे, इस पर बात करनी होगी. इसी आर्टिकल को रीट्वीट किया कांग्रेस के दिग्गज़ नेता और सांसद शशि थरूर ने. लिखा –
“चेतन भगत का बढ़िया लेख. देश में क्या गड़बड़ चल रहा और हमें इसके लिए क्या करना चाहिए. चेतन के लिखने की सबसे बड़ी ख़ूबी है सरलता और सीधे तरीके से बात कहना. उनका संदेश साफ है और मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार में बैठे उनके प्रशंसक इस पर ध्यान देंगे.”
चेतन भगत का दिन बन गया. उन्होंने थरूर से मिली तारीफ को रीट्वीट करते हुए लिखा –
“मैं बहुत ख़ुश हूं. चेतन भगत को शशि थरूर की तारीफ मिल गई है. मैं हवा में हूं. बस एक रिक्वेस्ट है सर. अगली बार मेरी तारीफ करने के लिए कुछ भारी-भारी शब्द इस्तेमाल कर दीजिएगा. वैसे शब्द, जो सिर्फ आप इस्तेमाल कर सकते हैं.”
चेतन की ये तमन्ना भी पूरी हो गई. थरूर ने फिर एक ट्वीट किया. देखिए, पढ़िए.
ये है शशि थरूर की सिग्नेचनर स्टाइल अंग्रेजी, जिसकी मांग चेतन भगत ने की थी. अब चेतन डिकोड करने में लगे होंगे. आप भी करिए. लेकिन हमें तो ये पढ़कर 'जोधा-अकबर' फिल्म का ऋतिक रोशन का डायलॉग याद आ गया-
“जो भी लिखा है, बाख़ूब लिखा है.”
अनुुपम खेर ने शशि थरूर की वॉल पर अपने पुराने ट्वीट का जवाब दिया, लेकिन चालाकी कर गए