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उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला यूपी पुलिस के एनकाउंटर में मारा गया

50 हजार का इनामी अपराधी था. उमेश पाल की हत्या के सिलसिले में ये यूपी पुलिस का दूसरा एनकाउंटर है.

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एनकाउंटर की जगह और उस्मान की CCTV फुटेज (फोटो - सोशल मीडिया)

उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) में एक और एनकाउंटर की ख़बर आई है. आरोपी विजय कुमार उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. एनकाउंटर के बाद पुलिस ने जानकारी दी है कि विजय कुमार ने उमेश पाल को पहली गोली मारी थी.

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शुरूआती जानकारी के मुताबिक़, सोमवार, 6 मार्च की सुबह प्रयागराज के कौंधियारा इलाके़ में पुलिस और विजय की मुठभेड़ हुई. विजय को गोली लग गई. इसके बाद घायल अवस्था में उसे स्वरूप रानी अस्पताल भेजा गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने ये भी बताया है कि विजय कुमार को उसके गैंग में उस्मान चौधरी के नाम से जाना जाता था. वो इनामी अपराधी था. उसकी जानकारी देने वाले को 50 हज़ार का इनाम मिलना था.

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इससे पहले, बीती 27 फरवरी को भी इसी केस में एनकाउंटर की ख़बर आई थी. उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और ज़िला पुलिस ने प्रयागराज के नेहरू पार्क में अरबाज़ नाम के आरोपी का एनकाउंटर कर दिया था. अरबाज़ प्रयागराज के सलापुर इलाके़ का रहने वाला था. उसे पूर्व सांसद अतीक़ अहमद का क़रीबी बताया जाता था. वो कथित तौर पर अतीक़ की गाड़ी चलाता था.

एनकाउंट में मारे गए दूसरे आरोपी विजय कुमार उर्फ़ उस्मान चौधरी की अभी ज़्यादा जानकारी आई नहीं है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड के सभी पांचों आरोपियों पर बड़ा इनाम घोषित किया हुआ है. DGP डीएस चौहान ने एलान किया था कि मामले में पांच आरोपियों असद, अरमा, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की सूचना देने वालों को ढाई लाख रुपये मिलेंगे.

प्रयागराज पुलिस और प्रशासन शहर के अलग-अलग इलाक़ों में हत्याकांड के आरोपियों और अतीक़ अहमद के क़रीबियों की संपत्ति पर बुलडोज़र चला रहे हैं. लेकिन, इस मामले में अब तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है. दूसरी तरफ़, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बसपा विधायक राजू पाल और दो सुरक्षाकर्मियों की दिनदहाड़े हत्या मामले में आरोपी फ़रहान की ज़मानत रद्द कर दी है.

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इस हत्याकांड के सिलसिले में सत्तारूढ़ बीजेपी अपने एक नेता को राहिल हसन को निष्कासित कर चुकी है. राहिल प्रयागराज में BJP अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे थे. वो लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े थे. प्रयागराज में बीजेपी के जिलाध्यक्ष गणेश केशरवानी ने बताया था कि कुछ दिन पहले उमेश पाल मर्डर में  राहिल के भाई मोहम्मद गुलाम का नाम सामने आया था. उसने कथित तौर पर उमेश पाल और उसके गनर पर गोलियां बरसाईं थी. गुलाम को अतीक अहमद का करीबी भी बताया जाता है. बीजेपी नेता ने बताया कि ये सब जानने के बाद राहिल को पार्टी से निकाल दिया गया.

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