कई दलित आदिवासी संगठनों के भारत बंद (Bharat Bandh) का कुछ जगहों पर व्यापक असर दिख रहा है. बिहार (Bihar) में कई जगहों पर सड़कों और रेल पटरियों पर लोग बैठ गए हैं. जबकि राजस्थान में कई जगह स्कूल-कॉलेज और दुकानें बंद हैं. BSP, SP और RJD जैसी पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है. एससी-एसटी आरक्षण (SC-ST Reservation) में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों की तरफ से 21 अगस्त को 14 घंटे के लिए भारत बंद किया जा रहा है.
Bharat Bandh: बिहार-राजस्थान में बंद का दिखा असर, इन पार्टियों का मिला समर्थन
Bharat Bandh का Bihar में व्यापक असर दिख रहा है. कई जगहों पर सड़कों और रेल पटरियों पर लोग बैठ गए हैं. जबकि राजस्थान में भी बंद का असर दिख रहा है.

नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशंस (NACDAOR) नामक संगठन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है. संगठन ने केंद्र सरकार से इसे रद्द करने की मांग की है.
बिहार में कई जगहों पर प्रदर्शनबिहार के जहानाबाद में भारत बंद समर्थकों ने एनएच-83 को ब्लॉक कर दिया है. काफी संख्या में समर्थक सड़कों पर जमा हैं. यहां बंद समर्थकों के साथ पुलिस की झड़प हुईहै, जिसके बाद 5 बंद समर्थक हिरासत में लिए गए हैं. औरंगाबाद के रफीगंज में भीम आर्मी की तरफ से मशाल जुलूस निकाला गया है.जबकि भारत बंद के समर्थन में विभिन्न दलों के नेताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर चक्का जाम किया है. ख़बर लिखे जाने तक यहां मैसूर-रानी कमलापति-सहरसा एक्सप्रेस को रोककर प्रदर्शन किया जा रहा है. जबकि सहरसा में भी भारत बंद का असर दिख रहा है. सहरसा के थाना चौक पर भारत बंद के समर्थक जुट गए और सड़क को जाम कर दी. भीम सेना के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है. वहीं, दरभंगा में दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया है. यहां पटरी पर बैठ कर लोग नारेबाजी कर रहे हैं.
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राजस्थान में भी भारत बंद का असरभारत बंद के कारण राजस्थान की राजधानी जयपुर समेत कई जगहों पर स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं. जयपुर के अलावा दौसा, भरतपुर, गंगापुर सिटी, डीग, झुंझुनू और सवाईमाधोपुर जिले में भी स्कूलों को बंद किया गया है.सवाई माधोपुर जिले के सरकारी और गैर सरकारी स्कूल, कॉलेज बंद हैं. इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं. इसके अलावा आज कोचिंग संस्थानों से लेकर आंगनबाड़ी और लाइब्रेरी भी बंद रहेंगे. वहीं, बारां शहर दुकानें बंद हैं.
भारत बंद का समाजवादी पार्टी ने समर्थन किया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है. ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा.
जबकि बसपा प्रमुख मायावती ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे भारत बंद के तहत सरकार को ज्ञापन देकर संविधान संशोधन के जरिए आरक्षण में हुए बदलाव को खत्म करने आदि की मांग करें.
सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को SC-ST आरक्षण को लेकर एक अहम फैसला सुनाया. टॉप कोर्ट ने SC-ST आरक्षण के तहत सब-क्लासिफिकेशन को लेकर राज्य सरकारों की शक्ति को मान्यता दे दी है. सीधा कहें तो अब राज्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के तहत उपजातियां तय कर सकती है. सात जजों की संवैधानिक बेंच ने 6-1 के बहुमत से ये फैसला दिया. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने ये फैसला सुनाया.
साथ ही बेंच ने इसी मुद्दे पर साल 2005 के ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य केस से जुड़े फैसले को खारिज कर दिया. बेंच में मौजूद 4 जजों ने SC और ST आरक्षण में क्रीमी लेयर को अलग करने की बात भी कही. बेंच ने कहा कि आरक्षण की कैटेगरी से निकलने के लिए SC/ST में क्रीमी लेयर की पहचान करना जरूरी है. आरक्षण के तहत क्रीमी लेयर उस कैटेगरी को कहा जाता है जिनकी सालाना पारिवारिक आय 8 लाख रुपये के ऊपर होती है.
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