भोपाल के सतपुड़ा भवन (Bhopal Fire) में लगी आग बुझा ली गई है. 12 जून की शाम करीब 4 बजे भवन के तीसरे फ्लोर पर भयंकर आग लग गई थी. यहां आदिम जाति कल्याण विभाग का कार्यलय है. आग बाद में बिल्डिंग के दूसरे हिस्सों में भी फैल गई. ये चौथे, पांचवे, छठवें फ्लोर के साथ छत तक पहुंच गई थी. दमकल की कई गाड़ियां और सेना के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. सबने मिलकर आग को बुझा दिया है.
मध्य प्रदेश: 14 घंटे बाद बुझी सतपुड़ा भवन में लगी आग, आर्मी तक को बुलाना पड़ गया
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन में 12 जून की शाम भयंकर आग लग गई थी. अगले दिन सुबह तक इस पर काबू पा लिया गया है. आग लगने का कारण नहीं पता चला है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि एसी में विस्फोट होना इसकी वजह हो सकती है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 13 जून की सुबह भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. उन्होंने कहा कि आग बुझाने के लिए सभी एजेंसियों ने मिलकर काम किया. इसमें भारतीय सेना, भेल, एयरपोर्ट और CIASF भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि बहुत बड़े पैमाने पर आग लगी थी. अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. एक टीम ने चौथे फ्लोर पर जाकर काम करना शुरू कर दिया है. वहां जो कुछ चीजें सुलग रही थीं, उन्हें बुझाने का भी काम किया गया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार रायसेन और मण्डीदीप जैसे पास के जिलों से भी दमकल विभाग की गाड़ियां यहां आईं. भेल और एयरपोर्ट अथॉरिटी की दमकल टीमें भी सतपुड़ा भवन पहुंची थीं. इस भवन में मध्यप्रदेश सरकार के कई कार्यालय हैं. शहर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चरी मिश्रा ने बताया कि घटना में किसी की भी जान नहीं गई है. आग लगते ही यहां काम करने वाले कर्मचारी तुरंत बाहर निकल गए थे. घटना में किसी भी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचा है. हालांकि, दस्तावेज और फर्नीचर पूरी तरह जलकर खाक हो गए हैं.
आग लगने के पीछे का कारण नहीं पता चल सका है. शुरुआती जांच के आधार पर कहा जा रहा है कि इसका कारण एयर कंडीश्नर में विस्फोट होना हो सकता है. प्रदेश प्रशासन ने अभी तक किसी भी कारण की पुष्टि नहीं की है.
इधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी बना दी है. 4 सदस्यों की ये कमेटी आग लगने के कारणों की जांच करेगी. और अपनी रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को सौंपेगी. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्रधानमंत्री से बात की है. ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी.
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशानाविपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आग लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में जलने लगी सरकारी फाइलें. चुनाव से पहले लगी यह आग बताती है कि बीजेपी सरकार को अपने जाने की भनक लग गई है. भ्रष्टाचार की फाइलें जलने लगी हैं.
इधर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के आरोपों में दम नहीं है.