राम की पावन भूमि अयोध्या में पौराणिकता व आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. भविष्य को मद्देनज़र रखते हुए अयोध्या के पास तैयार किए जा रहे सनातन सिटी नामक परियोजना में राम के कालजयी मूल्यों की झलक देखने को मिलेगी. यहां पर प्रकृति के संरक्षण के माध्यम से विभिन्न समुदायों को सशक्त बनाने में भी काफ़ी मदद मिलेगी.
सानिया कादरी द्वारा राम की पावन भूमि अयोध्या में 500 एकड़ क्षेत्रफल में किया जाएगा सनातन सिटी का निर्माण
सनातन सिटी की संकल्पना ईंट और पत्थरों से होने वाले निर्माण कार्यों से कहीं आगे है. सनातन सिटी शहरी योजना व शहरी विकास के माध्यम से भगवान श्री राम के मूल्यों की पवित्रता को लोगों को आत्मसात करने की प्रेरणा देती है.
.webp?width=360)
इस अनूठी परियोजना के निर्माण का ज़िम्मा उठाया है सानिया कादरी ने. जो हमेशा से ही भविष्य के बारे में सोचती रही हैं और सामाजिक रूप से देश में बदलाव लाने के प्रति पूरी तरह से सचेत और प्रतिबद्ध दिखती हैं.
सनातन सिटी की संकल्पना ईंट और पत्थरों से होने वाले निर्माण कार्यों से कहीं आगे है. सनातन सिटी शहरी योजना व शहरी विकास के माध्यम से भगवान श्री राम के मूल्यों की पवित्रता को लोगों को आत्मसात करने की प्रेरणा देती है. रामायण से मिलने वाली सीख से प्रेरित सनातन सिटी शांति, समावेशी मूल्यॊं और प्रकृति के संरक्षण की अवधारणा पर आधारित एक अनूठा प्रकल्प है.
सनातन सिटी के निर्माण का मूल उद्देश्य विभिन्न समुदायों व कौशल विकास के ज़रिए महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण है. शिक्षा व सांस्कृतिक जागरुकता के माध्यम से भावी पीढ़ी को समृद्ध बनाना भी इसका एक अहम उद्देश्य है. इस परियोजना के तहत सामाजिक कल्याण व ढांचागत निर्माण की नीतियों को आत्मसात कर सानिया कादरी एक ऐसे आधुनिकता में लिप्त सांस्कृतिक शहर का निर्माण करना चाहती हैं, जिसके समावेशी मॉडल की प्रतिकृतियां भविष्य में देश के अन्य इलाकों में भी निर्मित की जा सकें.
ग़ौरतलब है कि अयोध्या से 15 किलोमीटर की दूरी पर निर्मित किया जा रहा सनातन सिटी कॉम्पलेक्स 500 एकड़ क्षेत्रफल में फ़ैला होगा. इसमें भारतीयता, भारतीय विरासत, भारतीय संस्कृति और भक्ति की अवधारणा की संपूर्ण झलक देखने को मिलेगी. सनातन सिटी के आस-पास धर्मशाला, गुरुकुल और आहुति देने वाले स्थानों का निर्माण किया जाएगा. ऐसे में यहां पर अविरल रूप से अग्नि प्रज्ज्वलित रहेगी और सकरात्मक ऊर्जा के निर्माण के लिए सतत रूप से मंत्रों का उच्चारण किया जाता रहेगा जिससे आध्यात्मिक व बौद्धिक चेतना का माहौल बना रहेगा.
सनातन सिटी की सबसे बड़ी ख़ासियत होगी पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता. पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित सनातन सिटी कार्बन के उत्सर्जन को नियंत्रित करने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा. प्रकृति से अनोखे तालमेल की झलक प्रस्तुत करता यह शहर जल-जंगल, पेड़-पौधों, तालाबों से सराबोर होगा. जहां शांति और ख़ुशियों की अनोखी छटा देखने को मिलेगी.
सनातन सिटी के निर्माण को लेकर सानिया कादरी ने कहा, "सनातन सिटी का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों के सामने उम्मीद की एक नई अलख जलाना है. तेज़ी से हो रहे शहरीकरण और सामाजिक बदलाव के इस दौर में सनातन सिटी प्राकृतिक विकास की ऐसे झलक पेश करेगा जिसमें भूत काल और भविष्य काल दोनों का अक्स देखा जा सकेगा. इसमें भगवान श्री राम द्वारा प्रचारित मूल्यों, सहृदयता, उदारता, एकता एवं अपने उद्गार और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया के निर्माण का संकल्प भी दिखाई देता है. मेरी इच्छा है कि मैं इसे विस्तारित कर 500 एकड़ में फैले सनातन सिटी में परिवर्तित कर सकूं. ताकि लोग ऐतिहासिक रूप से अहम, कालातीत व सनातन से परिपूर्ण माहौल में अपना जीवन गुज़ार सकें.