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यूपी पुलिस के हाथ से निकला चांद, गोली मार कर पकड़ा था, मरहम भी करवाया, फिर फुर्रर्रर्रर्र!

डकैत चांद बाबू संभल ज़िले के ही पाठकपुर गांव का रहने वाला है. अमर उजाला में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस को लीड मिली जिसकी मदद से चांद को पकड़ लिया गया. मुठभेड़ के दौरान चांद बाबू भी घायल हुआ और एक पुलिसवाला भी. फिर पुलिस ने दोनों को इलाज के लिए ज़िला अस्पताल में भर्ती करा दिया.

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भागता हुआ चांद. (फ़ोटो - सीसीटीवी)

उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में एक गांव है, चौपा. वहां कुछ दिन पहले एक डकैती पड़ी. मुख्य आरोपी था, चांद बाबू. ज़िला पुलिस ने रविवार, 17 मार्च की सुबह बदमाश चांद बाबू को पकड़ लिया था. पकड़ने के दौरान उसके पैर में गोली लगी थी, सो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार, 18 मार्च की सुबह चांद बाबू अपने पैरों पर खड़े हुए और अस्पताल से फ़ुर्र हो गए. हथकड़ी लेकर. पुलिस फिर से तलाश में जुट गई है.

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अब यही बात विस्तार से

चौपा गांव के रहवासी हैं, सतेंद्र राघव. शुक्रवार, 8 मार्च की रात कुछ बदमाशों ने उनके घर पर डकैती डाली थी. परिवार को बंधक बनाकर सोने-चांदी के जेवर और नकदी लूट गए थे. पुलिस ने इस मामले में संलिप्त चार बदमाशों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया. मगर मुख्य आरोपी चांद बाबू पुलिस की पकड़ से दूर था.

चांद संभल ज़िले के ही पाठकपुर गांव का रहने वाला है. अमर उजाला में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस को लीड मिली जिसकी मदद से चांद को पकड़ लिया गया. मुठभेड़ के दौरान चांद बाबू भी घायल हुआ और एक पुलिसवाला भी. फिर पुलिस ने दोनों को इलाज के लिए ज़िला अस्पताल में भर्ती करा दिया.

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आरोपी की निगरानी के लिए दो सिपाही और एक दरोगा की ड्यूटी लगाई गई थी. सोमवार, 18 मार्च की सुबह को आरोपी के पैर का एक्स-रे हुआ. उसके बाद ड्रेसिंग की गई. ड्यूटी पर तैनात दरोगा और दोनों सिपाही कहीं इधर-उधर हुए थे, कि मौक़ा पा कर बदमाश अस्पताल से निकल गया. जब तक कोतवाली पुलिस को सूचना मिलती, तब तक बदमाश लापता हो गया.

पुलिस ने CCTV खंगाले. एक जगह दिखाई दे रहा है कि आरोपी ई-रिक्शा में भागा है. इस मामले में एक दरोगा और दो सिपाही सस्पेंड हो गए हैं.

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एक बात और सामने आ रही है कि ज़िला अस्पताल के चीफ़ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. अनूप अग्रवाल ने बताया कि ड्रेसिंग के बाद आरोपी की छुट्टी कर दी गई थी.

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