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‘नीतीश को देखने नहीं, मछली लेने आए थे’, सीएम के जाते ही लोग मछलियों पर टूट पड़े, वीडियो वायरल

Saharsa Fish loot: वहां मौजूद एक युवक ने बताया कि वो लोग वहां मछलियां पकड़ने आए थे, Nitish Kumar से मिलने नहीं. अधिकारी ने क्या-क्या बताया?

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मछली की लूट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. (फ़ोटो - सोशल मीडिया)

बिहार के सहरसा ज़िले से 'मछली की लूट' का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. जब कार्यक्रम ख़त्म हो गया और नीतीश कुमार वहां से चले गए, तो वहां मौजूद लोगों ने प्रदर्शनी में रखी गई मछलियों को लूट लिया (Fish looted at exhibition attended by Nitish Kumar). वहां भारी अफरा-तफरी मच गई. वायरल वीडियो में लोग बायोफ्लॉक टैंक में कूदते और सारी मछलियां लूटते दिखे.

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नीतीश कुमार का कार्यक्रम

20 सितंबर को बिहार के मुख्यमंत्री सहरसा में विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले मां विषहरी मंदिर का उद्घाटन किया. फिर अमरपुर के लिए रवाना हो गए. यहां उन्होंने एक प्रदर्शनी का निरीक्षण किया. प्रदर्शनी में मत्स्य विभाग की तरफ़ से बायोफ्लॉक टैंक लगाया गया था. इसमें बहुत सारी ज़िंदा मछलियां रखी गई थीं. जैसे ही नीतीश कुमार वहां से गए, लोग ख़ासकर बच्चे और युवक मछलियों पर टूट पड़े.

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मछलियों की लूट

कुछ ही देर बाद वहां कुछ लोग हाथ में मछलियां लिए हुए दिखाई दिए. इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, वहां मौजूद एक युवक ने बताया कि वे लोग वहां मछलियां पकड़ने आए थे, नीतीश कुमार से मिलने नहीं. वहीं, ज़िला मत्स्य अधिकारी सुबोध कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री के लिए ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन नुक़सान उठाना पड़ गया. कुमार ने कहा,

कार्यक्रम ख़त्म होने के बाद लोग मछलियों पर टूट पड़े और उन्हें लूटने लगे. इस प्रक्रिया में उन्होंने बायोफ्लॉक टैंक को भी डैमेज कर दिया. लोगों के इस हरकत से हमें लगभग 45,000 रुपये का नुक़सान हुआ.

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बताते चलें, बायोफ़्लॉक टैंक, मछली पालन के लिए इस्तेमाल होने वाला एक आधुनिक और वैज्ञानिक तरीक़ा है. इसमें, मछलियों को सीमेंट या मोटे पॉलिथीन से बने बड़े टैंकों में रखा जाता है और मछलियों के मल-मूत्र को बैक्टीरिया की मदद से प्रोटीन में बदला जाता है. इस प्रोसेस को बायोफ्लॉक तकनीक कहते हैं.

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