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रूस-यूक्रेन युद्ध अफ्रीका पहुंचा, माली विद्रोहियों ने 50 रूसी सैनिकों को बेरहमी से मार डाला

तुआरेग विद्रोही समूह और साहेल क्षेत्र में अल-कायदा से जुड़े JNIM (जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन) ने रूसी सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी ली है.

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रूसी सैनिक पिछले सप्ताह माली सरकार के सैनिकों के साथ गश्त पर निकले थे. (फोटो- AFP)

फरवरी 2022 में शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध अब यूरोप के बॉर्डर पार पहुंच चुका है (Russia-Ukraine war crossed Europe borders). अफ्रीकी महाद्वीप में पश्चिमी सहारा के पूर्व में स्थित माली में सरकार के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही माली गठबंधन ने 50 प्राइवेट रूसी सैनिकों को मार डाला है. चौंकाने वाली बात ये है कि इन सैनिकों के बारे में जानकारी यूक्रेन द्वारा दी गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक माली के विद्रोही अब पकड़े गए रूसी सैनिकों को यूक्रेन को सौंपने की योजना भी बना रहे हैं.

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अफ्रीकी महाद्वीप में पश्चिमी सहारा के पूर्व में स्थित है माली. (गूगल मैप्स)

इंडिया टुडे से जुड़ीं प्रियांजली नारायण की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के वैगनर ग्रुप से जुड़े 50 सैनिकों को माली में मार डाला गया है. तुआरेग विद्रोही समूह और साहेल क्षेत्र में अल-कायदा से जुड़े समूह जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (JNIM) ने रूसी सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी ली है. बताया गया कि विद्रोहियों ने सबको काट डाला. वहीं जीवित बचे 15 सैनिकों को माली के विद्रोही अब यूक्रेन को सौंपने का प्लान कर रहे हैं.

रूसी हेलीकॉप्टर नष्ट किया

माली में विद्रोही गठबंधन ने वैगनर ग्रुप का एक रूसी हेलीकॉप्टर भी नष्ट कर दिया. यही नहीं, ग्रुप के कई टैंकरों और ट्रकों पर भी कब्जा कर लिया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रे जोन वैगनर नाम के टेलीग्राम चैनल के संपादक और मालिक निकिता फेदयानिन भी माली में हुए हमले में मारे गए हैं. फेदयानिन ने अपने आखिरी संदेश में कुछ तस्वीरें पोस्ट की थीं. जिसमें भारी हथियारों से लैस वैगनर लड़ाके जलते हुए पेड़ के पास खड़े दिखाई दिए थे.

गश्त पर निकले थे सैनिक

रिपोर्ट के अनुसार वैगनर ग्रुप के रूसी सैनिक पिछले सप्ताह माली सरकार के सैनिकों के साथ गश्त पर निकले थे. सैनिक माली के उस इलाके में गश्त पर थे जहां कई सालों से जिहादी और तुआरेग विद्रोही समूह सक्रिय रहे हैं. इसी इलाके में उन्हें मारा गया है. बता दें कि माली पिछले कई वर्षों से इस्लामी विद्रोह से जूझ रहा है.

जानकारी हो कि वैगनर ग्रुप अफ्रीका में एक्टिव एक प्राइवेट रूसी पैरामिलिट्री ग्रुप है. ये उस ग्रुप का हिस्सा है जिसे रूस अब अफ्रीकी कॉर्प्स कहता है. रिपोर्ट के मुताबिक ग्रुप ने बताया कि उन्होंने विद्रोहियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. वैगनर ग्रुप ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. लेकिन ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन की मृत्यु के बाद इसके भविष्य पर सवाल उठने लगे थे. प्रिगोझिन की पिछले साल अगस्त महीने में हत्या कर दी गई थी.  

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