The Lallantop

Rapido राइडर के खाते से 331 करोड़ रुपये का खेला, रॉयल वेडिंग का खर्चा भी दिया!

मामला 1xBet नाम की बेटिंग कंपनी से जुड़ा है. ED इसकी अवैध ऑनलाइन बेटिंग की जांच कर रही है. जांच में पता चला कि उस बाइक चालक के खाते में 19 अगस्त 2024 से 16 अप्रैल 2025 के बीच 331 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम पहुंची. ड्राइवर का दूल्हा–दुल्हन से कोई संबंध नहीं है, और माना जा रहा है कि उसने बिना पूछे अपना खाता इस्तेमाल करने दिया.

Advertisement
post-main-image
रैपिडो चालक और शादी की सांकेतिक तस्वीर. (साभार: आजतक और Unsplash.com)

पिछले कुछ सालों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बहुतों की नींद उड़ा रखी है. विपक्ष के नेताओं को लगता है, उनकी खासतौर पर. लेकिन ED की खुद हालत खराब हो गई जब पता चला कि उदयपुर के ताज अरावली रिसॉर्ट में एक भव्य डेस्टिनेशन वेडिंग हुई और खर्चा किया एक रैपिडो चलाने वाले ने. अजीब लगा होगा, मामला है ही ऐसा.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

हुआ कुछ यूं कि नवंबर 2024 में एक शादी हुई. शादी थी गुजरात के रहने वाले आदित्य जुला की. और ‘शादी के खर्च के लिए एक करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा, एक बाइक राइडर के खाते से आया’. ऐसा आरोप है.

मामला 1xBet नाम की बेटिंग कंपनी से जुड़ा है. ED इसकी अवैध ऑनलाइन बेटिंग की जांच कर रही है. जांच में पता चला कि उस बाइक चालक के खाते में 19 अगस्त 2024 से 16 अप्रैल 2025 के बीच 331 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम पहुंची. ड्राइवर का दूल्हा–दुल्हन से कोई संबंध नहीं है, और माना जा रहा है कि उसने बिना पूछे अपना खाता इस्तेमाल करने दिया.

Advertisement

अधिकारियों के मुताबिक,  यह खाता एक “म्यूल अकाउंट” की तरह इस्तेमाल हुआ जिसमें अलग-अलग अज्ञात स्रोतों से भारी रकम आती थी और तुरंत ही संदिग्ध खातों में भेज दी जाती थी. इनमें से एक स्रोत सीधे अवैध बेटिंग नेटवर्क से जुड़ा हुआ पाया गया. अब ED यह पता लगा रही है कि यह पैसा कहां से आया और आखिर कहां गया.

मामले से जुड़े ED के एक अधिकारी ने कहा,

तरीका बेहद सरल था. लोग अक्सर सोचते हैं कि अपना बैंक खाता उधार देना हानिरहित है, लेकिन जब वही खाता अपराध की कमाई को सफेद करने का साधन बन जाता है, तो कानून इसे गंभीर अपराध मानता है.

Advertisement

ED ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है. जांच एजेंसी ने कहा है,

- अपनी वित्तीय पहचान की सुरक्षा के लिए बहुत सावधान रहें.

- अपना बैंक खाता, डेबिट/क्रेडिट कार्ड विवरण, UPI जानकारी या नेट-बैंकिंग एक्सेस किसी को न दें.

- किसी अनजान व्यक्ति के लिए चेक या किसी भी वित्तीय दस्तावेज़ पर साइन न करें.

- अगर आपके बैंक की जानकारी का गलत इस्तेमाल दिखे, तो तुरंत बैंक और पुलिस को सूचना दें.

- ऐसे ऑफर से बचें जो आपकी वित्तीय पहचान का इस्तेमाल करने के बदले आपको पैसा देने का लालच दें.

किसी भी संदिग्ध जमा/निकासी के स्रोत की हमेशा जांच करें.

वीडियो: मध्य प्रदेश में MLA फंड का गलत इस्तेमाल हुआ, जिला कलेक्टर ने पूरे पैसे वापस मांग लिए

Advertisement