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राज्यसभा चुनाव से पहले 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स', इन राज्यों में विधायकों को होटल में भेजा गया

महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी और बीजेपी दोनों तरफ से छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन पाने की रेस लगी है.

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महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों के लिए खड़ी बस और राजस्थान में बस में बैठे बीजेपी विधायक (फोटो- ANI/PTI)

राज्यसभा की 57 सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होने हैं. ये सीटें जून से अगस्त के बीच खाली हो रही हैं. अब इन सीटों के लिए 15 राज्यों से राज्यसभा सदस्यों को चुना जाना है. इनमें 11 राज्यों से 41 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है. अब मुकाबला 16 सदस्यों के चुनाव के लिए है, जो महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक से चुने जाने हैं. चारों राज्यों में पूरी कवायद इसी को लेकर चल रही है. इन राज्यों में 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' जोरों पर है. विधायकों की हाजिरी लग्जरी होटलों में लग रही है.

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का आदेश

महाराष्ट्र में राज्यसभा के लिए 6 सदस्य चुने जाने हैं. सभी सीटों के लिए 42 वोटों की जरूरत है. सत्तारूढ़ महाविकास अघाडी (MVA) गठबंधन के पास कुल 153 विधायक हैं. यानी वे तीन सीटों पर आसानी से जीत दर्ज करे लेंगे. हालांकि गठबंधन ने चार उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा है. उसे छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. उधर बीजेपी के 106 विधायक हैं और वो दो सीट जीत सकती है. लेकिन बीजेपी ने भी तीन उम्मीदवार उतारे हैं. शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस गठबंधन को एक और सीट पर जीत के लिए 15 वोट की जरूरत है. वहीं बीजेपी को 13 वोट चाहिए. इसलिए दोनों तरफ से छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन पाने की रेस लगी है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार, 6 जून को सरकार को समर्थन देने वाली छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की. इसके बाद विधायकों को होटल पहुंचाने का अभियान शुरू हुआ. शिवसेना और निर्दलीय विधायकों को बसों से मलाड के एक फाइव स्टार होटल पहुंचाया गया. खबर है कि 10 जून तक विधायकों को वहीं रखा जाएगा. सभी विधायक चुनाव वाले दिन होटल से सीधे विधानसभा पहुंचेंगे.

कांग्रेस की तरफ से इमरान प्रतापगढ़ी और एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल उम्मीदवार हैं. वहीं शिवसेना ने संजय राउत और संजय पवार को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी के तीन उम्मीदवारों में पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महाडिक शामिल हैं. विधायकों की संख्या के हिसाब से बीजेपी के दो, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के एक-एक उम्मीदवारों की जीत तय मानी जा रही है. मुकाबला शिवसेना और बीजेपी के बीच होने वाला है. इस सबके बीच विधायकों को होटल शिफ्ट करने की कवायद तब शुरू हुई, जब ये अटकलें चलने लगीं कि छोटी पार्टियां बीजेपी उम्मीदवार को समर्थन दे सकती हैं.

राजस्थान में बीजेपी विधायक भी पहुंचे होटल

राजस्थान से राज्यसभा के 4 सदस्यों का चुनाव किया जाना है. एक उम्मीदवार को जीत के लिए 41 वोटों की जरूरत है. कांग्रेस के बाद बीजेपी ने भी अपने विधायकों को जयपुर के एक होटल में पहुंचा दिया है. सोमवार, 6 जून को बीजेपी ने 71 विधायकों में से 60 से ज्यादा को होटल पहुंचाया. पिछले हफ्ते कांग्रेस ने अपने विधायकों को उदयपुर के एक होटल में शिफ्ट किया था. उसके कई विधायक पहली खेप में होटल नहीं पहुंचे थे, जिन्हें मनाने की कोशिश भी जारी है.

कांग्रेस विधायकों को उदयपुर शिफ्ट किया गया था (फोटो- पीटीआई)

राजस्थान में कांग्रेस की ओर से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी उम्मीदवार हैं. वहीं बीजेपी की तरफ से घनश्याम तिवाड़ी मैदान में हैं. कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 108 है और कई निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. चौथी सीट के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सुभाष चंद्रा भी हैं, जिन्हें बीजेपी ने अपना समर्थन दिया है. वहीं हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने भी सुभाष चंद्रा को समर्थन करने का ऐलान किया है. RLP के तीन विधायक हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए तीन सीटें जीतनी मुश्किल हो गई है.

हरियाणा के कांग्रेस विधायक रायपुर शिफ्ट

हरियाणा में भी होटल और रिसॉर्ट पॉलिटिक्स का खेल जारी है. यहां दो सदस्यों के लिए 10 जून को वोटिंग होगी. एक उम्मीदवार को जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत है. कांग्रेस के पास पूरे 31 विधायक हैं. लेकिन डर सेंधमारी का है. इसलिए कांग्रेस ने 31 में से 28 विधायकों को चंडीगढ़ से करीब 1450 किलोमीटर दूर रायपुर के एक होटल में शिफ्ट किया है.

कांग्रेस ने अजय माकन को राज्यसभा चुनाव के लिए उतारा है. वहीं बीजेपी की तरफ से किशन लाल पंवार उम्मीदवार है. हालांकि बीजेपी निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दे रही है. विधानसभा में बीजेपी और उसके सहयोगी विधायकों की संख्या 57 है. इसलिए कार्तिकेय शर्मा को 2-3 क्रॉस वोटों की जरूरत पड़ सकती है.

कर्नाटक में क्या चल रहा है?

कर्नाटक से चार राज्यसभा सदस्य चुने जाने हैं. एक उम्मीदवार को जीत के लिए 45 वोटों की जरूरत होगी. बीजेपी के पास 121 विधायक हैं. पार्टी 2 सीटों पर आसानी से जीत रही है. लेकिन उसने तीसरे उम्मीदवार को भी उतार दिया है. कांग्रेस के पास 69 विधायक हैं. लेकिन पार्टी ने पिछले हफ्ते दूसरे उम्मीदवार की भी घोषणा कर दी. वहीं जेडीएस ने भी एक उम्मीदवार को चुनाव में उतार दिया जबकि पार्टी के पास सिर्फ 32 विधायक हैं. इसलिए चौथी सीट के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है. हालांकि यहां अब तक विधायकों को रिसॉर्ट भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है.

वीडियो: कैसे चुने जाते हैं राज्यसभा सांसद, चुनाव में विधायक कागज पर क्या लिखते हैं?