इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट
के मुताबिक रजत ने राजेश को अस्पताल में एडमिट करवाने के बाद पास के डी.एन. नगर थाने में इस एक्सीडेंट की घटना को रिपोर्ट किया. जिसके बाद उनके ऊपर IPC की धारा 279, 338 मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया. मगर राजेश की डेथ के बाद रजत पर धारा 304-A causing death by negligence भी लगा दी गई है. हालांकि इस मामले में अब तक रजत बेदी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि ये एक्सीडेंट वाकई ड्राइवर की लापरवाही से हुआ है या नहीं.

फिल्म 'कोई मिल गया' के एक सीन में एक्टर रजत बेदी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक रजत बेदी ने एक्सीडेंट बाद न सिर्फ राजेश को अस्पताल पहुंचाया, बल्कि पूरी रात उनके साथ रहे. जब राजेश को खून की ज़रूरत पड़ी, तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से उसका भी इंतज़ाम किया. वो पूरी कोशिश कर रहे थे कि उनके हाथों हुई इस घटना में किसी तरह राजेश की जान बच जाए. मगर ऐसा हो नहीं पाया.
इंडिया टुडे से बात करते हुए एक पुलिस ऑफिसर ने बताया कि उन्होंने उस इलाके की सीसीटीवी फुटेज चेक की है. मगर उन्हें अब तक कोई लीड मिल नहीं सकी. इसलिए अब इस वो इस मामले में गवाह की तलाश कर रहे हैं. रजत बेदी की टीम ने राजेश के गुज़रने के बाद एक स्टेटमेंट जारी की. इसमें बताया गया-
''हम मिस्टर राजेश की फैमिली के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं. हम उन्हें हरसंभव मदद देने का वादा करते हैं. रजत के दोस्त सुरेश घटना के बाद पूरे समय राजेश के परिवार के साथ रहे और उन्हें हर तरह की आर्थिक मदद मुहैया करवाई. उन्होंने राजेश का अंतिम संस्कार भी किया. रजत इस मामले में अथॉरिटीज़ के साथ को-ऑपरेट कर रहे हैं. साथ ही वो अपनी टीम के साथ भी संपर्क में भी हैं कि उन्हें आगे क्या कदम उठाने हैं.''रजत बेदी को हिंदी फिल्मों में कई नेगेटिव किरदार निभाने के लिए जाना जाता है. उन्होंने 'इंटरनेशनल खिलाड़ी', 'इंडियन', 'ये दिल आशिकाना', 'कोई मिल गया' 'जानी दुश्मन' और 'अक्सर' जैसी सफल फिल्मों में काम किया. वो आखिरी बार 2016 में आई कन्नड़ भाषा की फिल्म 'जग्गू दादा' में नज़र आए थे.