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Rahul Gandhi को लाल किले पर जानबूझकर पीछे बैठाया गया? रक्षा मंत्रालय का जवाब आया है

Independence Day के मौके पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi लाल किले पर पहुंचे थे. उन्हें पीछे से दूसरी पंक्ति में बैठाया गया. सोशल मीडिया पर लोगों ने इस पर सवाल उठाया है.

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लाल किले पर राहुल गांधी. (तस्वीर: सोशल मीडिया)

लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस (PM Modi Independence Day Speech) के मौके पर भाषण दिया. '2047 में विकसित भारत' इस थीम के साथ इस समारोह का आयोजन किया गया था. इसके लिए करीब 6 हजार खास मेहमानों को बुलाया गया था. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi at Red Fort) भी इस मौके पर लाल किला पहुंचे थे. इस बीच उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई हैं. लोग उनके बैठने की जगह को लेकर सवाल उठा रहे हैं. इस मामले को लेकर रक्षा मंत्रालय की प्रतिक्रिया आई है.

सोशल मीडिया अकाउंट पर कांग्रेस के समर्थन में पोस्ट करने वाले एक यूजर ने लिखा,

"राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, जो 233 सांसदों का नेतृत्व कर रहे हैं और 24 करोड़ के करीब भारतीयों ने इनको वोट दिया है. लेकिन आज लाल किले पर उन्हें सबसे पीछे दूसरी पंक्ति में सीट दी गई."

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दरअसल, राहुल गांधी को ओलंपिक पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ पीछे से दूसरी पंक्ति में बैठाया गया था. सोशल मीडिया पर जब इस मामले को लेकर सवाल उठे तो रक्षा मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?

इस तरह के आयोजन में मेहमानों के बैठने की व्यवस्था का काम रक्षा मंत्रालय के जिम्मे होता है. इंडिया टुडे से जुड़ीं शिवानी शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि प्रोटोकॉल के अनुसार विपक्ष के नेता को आगे की पंक्ति में ही बैठाया जाता है. लेकिन इस बार आगे की पंक्तियों में ओलंपिक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के बैठने का इंतजाम किया गया था. इसलिए राहुल गांधी को पीछे बैठना पड़ा. 

कांग्रेस नेता भारतीय हॉकी टीम के फॉरवर्ड गुरजंत सिंह के बगल में बैठे थे. आगे की पंक्तियों में मनु भाकर और सरबजोत सिंह जैसे ओलंपिक पदक विजेता बैठे थे. पेरिस ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश सहित अन्य खिलाड़ी भी राहुल गांधी से आगे बैठे थे.

10 सालों बाद Leader Of Opposition

2014 से 2024 तक देश में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली रहा. क्योंकि किसी भी दल के पास इसके लिए पर्याप्त सांसद नहीं थे. नेता प्रतिपक्ष के लिए किसी विपक्षी पार्टी के पास कम से कम 55 सांसद का होना जरूरी है. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली. इसके बाद 25 जून, 2024 को राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया.

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