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पॉलीकैब के शेयर धड़ाम, वित्त मंत्रालय ने ऐसा क्या बोला कि स्टॉक बेचने को 'भगदड़' मच गई?

Polycab India के 50 से ज्यादा ठिकानों पर Income Tax department की रेड हुई, पॉलीकैब पर किस धांधली का आरोप लगा है. अब इस पर वित्त मंत्रालय ने क्या-क्या बताया है?

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वित्त मंत्रालय ने पॉलीकैब इंडिया पर हुई रेड की जानकारी दी है | प्रतीकात्मक फोटो: इंडिया टुडे

Income Tax department (आयकर विभाग) की एक रेड ने एक कंपनी को तगड़ी चपत लगा दी है. नाम है पॉलीकैब इंडिया (Polycab India). केबल बनाती है. छापेमारी पर केंद्रीय वित्त मंत्रालय का बयान आने के बाद कंपनी के शेयर धड़ाम हो गए. आलम ये है कि गुरुवार, 11 जनवरी को पॉलीकैब के शेयर 22 फीसदी से ज्यादा गिर गए. BSE पर पॉलीकैब इंडिया के शेयर 22.4 फीसदी गिरकर 3,812.35 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. जबकि, 14 दिसंबर, 2023 को कंपनी का स्टॉक 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 5,722.90 रुपये पर पहुंच गया था. इस बीच आइए जानते हैं कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पॉलीकैब से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी क्यों की? मसला क्या है?

आयकर विभाग ने 22 दिसंबर, 2023 को पॉलीकैब इंडिया के 50 परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई की. ये कार्रवाई महाराष्ट्र में कंपनी के पुणे, औरंगाबाद, मुंबई और नासिक में स्थित ठिकानों पर हुई. इसके अलावा गुजरात के दमन और दिल्ली में भी रेड डाली गई.

Polycab पर किस धांधली का आरोप लगा?

बिजनेस टुडे से जुड़े अमित मुदगिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार, 10 जनवरी को इस मामले को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया कि पॉलीकैब पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी के दौरान दस्‍तावेजों और डिजिटल डेटा के तौर पर बड़ी संख्या में आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई हैं.

मंत्रालय ने आगे कहा,

'इन सबूतों से पता चलता है कि कंपनी ने कुछ अथॉराइज्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स की मिलीभगत से टैक्स चोरी की है. शुरूआती जांच से ये भी पता चला है कि कंपनी ने अपनी टैक्स वाली इनकम को छिपाने के लिए नकदी लेकर बड़ी मात्रा में सामान बेचा, बेहिसाब खरीदारी के लिए भी नकद भुगतान किया गया. इसके अलावा कंपनी ने ट्रांसपोर्ट और कॉन्ट्रैक्टर के ऐसे खर्च दिखाए थे, जो सच में हुए ही नहीं थे.'

वित्त मंत्रालय ने आगे बताया,

'कंपनी के ठिकानों पर तलाशी के दौरान बरामद किए गए सबूतों से पता चला है कि पॉलीकैब ने लगभग 1000 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकद बिक्री की है. जिसका लेखा-जोखा कंपनी के पास नहीं मिला. रेड में पता चला है कि कच्चे माल की खरीद के लिए एक डिस्ट्रीब्यूटर ने कंपनी (पॉलीकैब) की ओर से 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का नकद भुगतान किया था, इससे जुड़े सबूतों को भी आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है.'

इसके अलावा पॉलीकैब कच्‍चे माल की खरीद से जुड़ी काफी जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दे सकी. साथ ही ठेकेदारी खर्च, खरीद और परिवहन खर्च के तौर पर करीब 100 करोड़ रुपये के हिसाब की भी स्पष्ट जानकारी नहीं मिली.

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इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रेड के दौरान 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश भी जब्त किया गया है, इस पैसे का कोई हिसाब कंपनी के पास नहीं था. वित्त मंत्रालय के मुताबिक पॉलीकैब से जुड़े 25 से ज्यादा बैंक लॉकर्स पर भी रोक लगा दी गई है.

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