वडनगर रेलवे स्टेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विशेष महत्व रखता है. उनके मुताबिक, इसी स्टेशन पर वे अपने पिता के साथ चाय बेचा करते थे. ये स्टेशन अब पूरी तरह बदल चुका है. स्टेशन को हेरिटेज लुक दिया गया है. तस्वीरों में देखिए कि ये रेलवे स्टेशन पहले कैसा था और अब कैसा हो गया है.

वडनगर शहर पीएम मोदी का जन्मस्थान भी है. 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले मोदी ने कई बार कहा था कि वे बचपन में वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे.

अक्षय कुमार के साथ एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने बताया था कि ट्रेन में चाय बेचते हुए उन्हें लोगों को समझने का मौका मिला. पीएम ने बताया कि कभी-कभी मालगाड़ी से मुंबई के कारोबारी आते थे. वे उन्हें चाय पिलाते और उनसे बातें करते. ऐसा करते-करते नरेंद्र मोदी ने हिंदी सीख ली.


वरेथा मेहसाणा जिले का एक छोटा सा गांव है और प्रसिद्ध तरंगा हिल के करीब है, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ धार्मिक स्थान भी है. अभी तक मेहसाणा स्टेशन तरंगा पहाड़ी से मीटर गेज रेलवे लाइन के माध्यम से जुड़ा हुआ था. वडनगर रेलवे स्टेशन उस मार्ग पर पड़ने वाले प्रमुख स्टेशनों में से एक है.
पश्चिम रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार झा का कहना है कि वडनगर शहर हेरिटेज सर्किट में आता है. यही कारण है कि रेलवे स्टेशन के बदलाव में इस बात का खास ख्याल रखा गया है. दीपक ने बताया कि स्टेशन की इमारत को 8.5 करोड़ रुपये की लागत से हेरिटेज लुक दिया गया है.

पीएम मोदी के बारे में एक किस्सा है कि वे बचपन में शार्मिष्ठा झील में खेलने के लिए जाया करते थे. उन्हें पता नहीं था कि झील में मगरमच्छ भी हैं. उनके बचपन के जीवन पर छपी किताब 'बाल नरेंद्र' के मुताबिक, नरेंद्र मोदी एक बार झील से मगरमच्छ के एक बच्चे को पकड़कर घर ले आए थे. इससे उनकी मां नाराज हुईं. उनकी डांट सुनकर मोदी मगरमच्छ के बच्चे को वापस छोड़ आए. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पीएम मोदी ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में भारत के पहले पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का भी वर्चुअली उद्घाटन किया. गांधीनगर कैपिटल स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. रेलवे स्टेशन में कई विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं. स्टेशन के रेलवे ट्रैक के ऊपर बना 5 स्टार होटल आकर्षण का केंद्र है. इसके अलावा यहां यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. इंटरफेथ प्रेयर हॉल से लेकर सेपरेट बेबी फीडिंग रूम का भी इंतजाम है. गांधीनगर रेलवे एंड अर्बन डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 71.50 करोड़ रुपये की लागत से इस स्टेशन को पुनर्विकसित किया है.

स्टेशन को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था, 'मैंने हमेशा चाहा है कि हमारे रेलवे स्टेशन टॉप क्वालिटी के हों. जहां यात्रा के अलावा कॉमर्स, हॉस्पिटैलिटी और अन्य को बढ़ावा मिले. ऐसा ही एक प्रयास गांधीनगर में किया गया है.'

इस स्टेशन पर वर्तमान में तीन प्लेटफॉर्म हैं. बाद में दो और प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे. पीएम मोदी शुक्रवार को स्टेशन से दो नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. इनमें से एक एक गांधीनगर राजधानी और वाराणसी के बीच चलेगी और दूसरी मेमू ट्रेन होगी.