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पवन खेड़ा ने शशि थरूर को उन्हीं की किताब से घेर लिया, सर्जिकल स्ट्राइक पर क्या लिखा था?

पनामा में शशि थरूर ने कहा था कि उरी में सर्जिकल स्ट्राइक की, यह ऐसा कुछ था जो भारत ने पहले कभी नहीं किया था.

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ऑपरेशन सिंदूर पर केंद्र सरकार के एक प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व शशि थरूर कर रहे हैं. (India Today)

शशि थरूर और कांग्रेस पार्टी के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 29 मई को थरूर पर उनकी ही एक किताब के हवाले से तंज कसा. उन्होंने थरूर की 2018 में आई किताब ‘The Paradoxical Prime Minister’ का एक अंश सोशल मीडिया पर शेयर किया. इसमें शशि थरूर ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक का चुनावी फायदे के लिए ‘बेशर्मी से इस्तेमाल’ किया गया.

पवन खेड़ा का यह पोस्ट शशि थरूर के उस बयान के बाद आया है, जो उन्होंने पनामा में दिया था. पनामा में थरूर ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाइयों की तारीफ की थी, जिनमें 2016 की उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक शामिल हैं. सीनियर कांग्रेस नेता ने इसे भारत की रणनीति में ‘बड़ा बदलाव’ बताया.

इसी को लेकर इशारों में शशि थरूर पर निशाना साधते हुए खेड़ा ने एक्स पर लिखा,

"मैं उस डॉ. @ShashiTharoor से सहमत हूं जिन्होंने 2018 में अपनी किताब में सर्जिकल स्ट्राइक पर लिखा था..."

इस कैप्शन के साथ पवन खेड़ा ने किताब के उस हिस्से को साझा किया जिसमें लिखा है,

"2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और म्यांमार में की गई कार्रवाई का चुनावों में इस्तेमाल करना एक शर्मनाक बात थी. कांग्रेस ने भी पहले ऐसे कई ऑपरेशन कराए थे, लेकिन कभी उन्हें प्रचार का माध्यम नहीं बनाया. राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मामलों में संयम और गैर-राजनीतिक रवैया जरूरी होता है."

पनामा में थरूर ने क्या कहा था?

ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की करतूतों को दुनिया के सामने लाने के लिए सरकार ने अलग-अलग देशों में प्रतिनिधि दल भेजे हैं. इन्हीं दलों में से एक का नेतृत्व शशि थरूर कर रहे थे. उन्होंने मध्य अमेरिकी देश पनामा में भारत का पक्ष रखते हुए कहा,

"हाल के वर्षों में जो बदलाव आया है, वह यह है कि अब आतंकवादियों को भी यह एहसास हो गया है कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए.

सितंबर 2016 में उरी हमले के बाद पहली बार भारत ने नियंत्रण रेखा (LoC) पार करके पाकिस्तान में एक आतंकी ठिकाने पर सर्जिकल स्ट्राइक की. तो यह ऐसा कुछ था जो हमने पहले कभी नहीं किया था. यहां तक कि करगिल युद्ध के दौरान भी हमने LoC पार नहीं की थी. लेकिन उरी में हमने किया.

फिर जनवरी 2019 में पुलवामा हमला हुआ. इस बार हमने न सिर्फ नियंत्रण रेखा बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा भी पार की, और बालाकोट में आतंकी मुख्यालय पर हमला किया. इस बार हमने उससे भी आगे बढ़कर कार्रवाई की. हमने न केवल LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की, बल्कि पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में भी हमला किया, जहां आतंकी शिविर, प्रशिक्षण केंद्र और मुख्यालय थे. कुल मिलाकर 9 जगहों पर हमला किया गया."

थरूर की सफाई

पनामा वाले बयान पर कांग्रेस नेताओं ने थरूर को घेरा तो उन्होंने गुरुवार को एक्स पर सफाई दी. लिखा कि उन्होंने सिर्फ आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाइयों की बात की थी, न कि भारत-पाक युद्धों की. थरूर ने लिखा,

“पनामा में सफल दिन के बाद आधी रात को मेरी उड़ान है, लेकिन फिर भी बता दूं.  मैंने सिर्फ आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाइयों की बात की थी, न कि 1965 या 1971 के युद्धों की. मैंने हाल के सालों में हुए कई हमलों का जिक्र किया, जिनमें भारत ने संयम दिखाया था. अब जो जवाब दिए जा रहे हैं, वो पहले से अलग हैं.”

इससे पहले कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर पर तंज कसा. उन्होंने कहा,

"प्रिय शशि थरूर, काश मैं पीएम मोदी को मना पाता कि वे आपको बीजेपी का सुपर प्रवक्ता घोषित कर दें. विदेश मंत्री भी बना दें. आपने कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास को कैसे झुठला दिया?"

उदित राज ने यह भी कहा कि 1965 में भारत ने पाकिस्तान में कई जगह घुसपैठ की थी. और 1971 में भारत ने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया था. राज ने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार में भी कई सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे, लेकिन उनका राजनीतिक प्रचार नहीं किया गया.

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