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पंचकूला दंगों की मुख्य आरोपी और 'पापा की परी' हनीप्रीत को बेल मिल गई

रेपिस्ट राम-रहीम को जेल से भगाने की साज़िश का भी आरोप है.

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राम रहीम की करीबी हनीप्रीत के लिए अच्छी खबर है. (फोटो: PTI)

पंचकुला दंगा हुआ था. अगस्त, 2017 में. क्योंकि डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसमें मुख्य अरोपी थीं हनीप्रीत. अंबाला की जेल में बंद हैं. अब इन्हें पंचकूला सीजेएम रोहित वत्स की कोर्ट ने जमानत याचिका पर मंजूरी दे दी है. पहले सभी देशद्रोह की धारा भी हटाई गई थी और अब इन्हें रिहा किया जा रहा है.

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6 नवंबर को सीजेएम कोर्ट में हिंसा मामले की सुनवाई हुई थी. हनीप्रीत को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था. उनके वकील ने जमानत याचिका लगाई थी. और कोर्ट ने याचिका को मंजूरी दे दी है.

न्यूज18 की खबर के मुताबिक, हनीप्रीत ने पहले हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. और जब सुनवाई हुई तो जज ने फाइल देखते ही सुनवाई से इनकार कर दिया. हनीप्रीत ने याचिका में बताया था कि इन दंगों की साजिश रचे जाने को लेकर 27 अगस्त, 2017 को शिकायत दर्ज करवाई गई थी.

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हनीप्रीत राम रहीम की सबसे करीबी और राजदार थीं. इनके साथ-साथ दूसरे आरोपियों पर IPC की धारा 216, 145, 150, 151, 152, 153 और 120बी लगाईं गईं थीं. फिर कोर्ट ने हनीप्रीत व अन्य आरोपियों से धारा 121 व 121ए हटा दी थीं.

हनीप्रीत पर ये भी आरोप था कि उसने रामरहीम को जेल से भगाने की साजिश रची थी. मेल टुडे के साथ बातचीत में हनीप्रीत के 'पूर्व' पति ने दावा भी किया था कि गुरमीत और हनीप्रीत के बीच यौन संबंध थे. हालांकि डेरा सच्चा सौदा ने इन आरोपों को खारिज किया था.

वीडियो देखें : 38 दिन बाद सामने आई हनीप्रीत, आज तक को दिया इंटरव्यू

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