
मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया है
पाकिस्तान ने हमेशा से हाफिज़ सईद और मसूद अजहर को आतंकी मानने से इनकार किया है. इस बार भी आतंकी तो नहीं माना लेकिन कुरैशी अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सवाल को टाल नहीं पाए. ना ही आतंकी ना होने का कुतर्क पेश किया .लेकिन पाकिस्तानी हुक्मरान इतने सीधे नहीं हैं. यहां अजहर का बचाव करना नहीं भूले. ना जाने कहां से एक बहाना खोज लाए. बहाना वही जो बच्चा स्कूल मिस करने के बाद अगले रोज़ क्लास टीचर को देता है. बीमारी वाला. बकौल कुरैशी, मसूद अजहर बहुत बीमार है. बीमारी का आलम ये कि वो घर से निकल तक नहीं सकता.
पत्रकार ने मसूद अजहर पर कार्रवाई करने को लेकर सवाल पूछा. तो कुरैशी ने कुछ भी ठोस कदम उठाने का जिक्र नहीं किया. पत्रकार ने पलट कर दोबारा पूछा कि आप उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करते? चाहे वो बीमार है चाहे नहीं. तो कुरैशी का कहना था कि अगर भारत ऐसे ठोस सबूत दे जो पाकिस्तानी कोर्ट में साबित हो सकें, तो पाकिस्तान जरूर कार्रवाई करेगा.