इंडिया पाकिस्तान का क्रिकेट मैच होने भर की देर रहती है. गली मुहल्लों में सन्नाटा पसर जाता है. अपनी-अपनी टीम चुनकर फैन्स दूसरी टीम को 'विरोधी' की नजरों से देखने लगते हैं. आप पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के बारे में तो जानते ही होंगे. लेकिन हम यहां बताएंगे पाकिस्तानी मूल के उन खिलाड़ियों के बारे में, जो दूसरे देशों की क्रिकेट टीम से खेलते और दुनियाभर में पहचाने जाते हैं. पेश है ऐसे ही खिलाड़ियों की लिस्ट...
1. इमरान ताहिर, साउथ अफ्रीका
शॉर्ट नोट्स: बात उस क्रिकेटर की, जिसके बाहर जाने का मलाल पाकिस्तान को हमेशा रहेगा. लाहौर में जन्मे इमरान ताहिर. 1996-97 में शोएब मलिक और अब्दुल रज्जाक के साथ पाकिस्तान की अंडर-19 टीम की तरफ से खेले थे. ज्यादा सफल नहीं रहे. कुछ दिन इंग्लैंड में रहे. साउथ अफ्रीका में भारतीय मूल की सौम्या दिलदार से शादी की. 2009 में चार साल अफ्रीका में रहने के नियम के पूरे होने पर साउथ अफ्रीकन टीम से खेलने के लिए एलिजबल माने गए. ताहिर आईपीएल, लाहौर, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका समेत करीब 10 टीमों की तरफ से खेल चुके हैं. ताहिर ने टेस्ट और वनडे मैचों में 49 और 84 विकेट लिए.
2. फवाद अहमद, ऑस्ट्रेलिया
शॉर्ट नोट्स: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जन्म. एबटाबाद में फर्स्ट क्लास डेब्यू 2005 में. परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही तो ड्रॉप कर दिए गए. वापसी की 2009 में. कुछ मैच खेले. 2010 में फवाद ने पाकिस्तान को अलविदा कहा. शॉर्ट नोट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर रिफ्यूजी स्टेट्स के लिए अप्लाई किया. वहीं लोकल टीम्स में खेलना जारी रखा. 2012 के इंफिनिटी टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में बेस्ट बॉलर कहलाए. नवंबर 2012 में ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता मिली. खेल अच्छा था तो जुलाई 2013 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम में चुन लिए गए. तब से अब तक 16 विकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए चटकाए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी करीब 137 विकेट लिए.
3. मोइन अली, इंग्लैंड
शॉर्ट नोट्स: पाकिस्तानी मूल के इंग्लैंड के धांसू बल्लेबाज. मोइन अली के दादा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से इंग्लैंड शिफ्ट हो गए थे. मोइन बर्मिंघम में पैदा हुए. इंग्लैंड की अंडर-19 टीम की कप्तानी की. वोर्सटरशायर्स के फर्स्ट सेशन में मोइन ने करीब 930 रन बनाए. 2013 में इंग्लैंड लॉयन्स की तरफ से खेलते हुए मोइन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 61 रन बनाए. मोइन की अच्छी परफॉर्मेंस के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट का एमवीपी अवॉर्ड दिया गया. वेस्टइंडीज के खिलाफ मोइन ने पहला इंटरनेशनल मैच खेला. मोइन ने टेस्ट में 833, वनडे में 731 रन बनाए और 54 और 28 विकेट लिए.
4. उस्मान ख्वाजा, ऑस्ट्रेलिया
शॉर्ट नोट्स: ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलने वाले पहले मुस्लिम खिलाड़ी हैं उस्मान. बचपन में फैमिली के साथ ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए थे. 2011 में एशेज टेस्ट में रिकी पॉन्टिंग के घायल होने पर तीसरे नंबर पर उतरे. 21 गेंदों में 37 रन बनाए. 2011 से 13 तक ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेले टेस्ट में ज्यादा अच्छा परफॉर्म न करने पर ड्रॉप कर दिए गए. फिर मौका मिला 2015 में, न्यूजीलैंड के खिलाफ. शानदार 175 रन बनाए. 10 टेस्ट मैचों में करीब 560 रन बनाए.
5. साजिद इकबाल महमूद, इग्लैंड
शॉर्ट नोट्स: साजिद के दादा पाकिस्तान के रावलपिंडी से साल 1968 में इंग्लैंड शिफ्ट हो गए. इंग्लैंड की लोकल टीमों के लिए जमकर खेला. पहला बड़ा मौका मिला 2004 में न्यूजीलैंड के खिलाफ. 7 ओवर में बिना विकेट लिए 56 रन दिए. 2006 में भारत के खिलाफ भी खेले. 2007 वर्ल्डकप में श्रीलंका के खिलाफ खेले. जयसूर्या और संगाकारा का विकेट लिया, लेकिन रन दिए पूरे 50. साजिद महमूद ने 8 टेस्ट और 26 वनडे मैचों में 20 और 30 विकेट लिए. साजिद इकबाल महमूद अब क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.
6. ओवेस शाह, इंग्लैंड
शॉर्ट नोट्स: कराची, सिंध में जन्म. 1996 से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल रहे थे. इंग्लैंड की अंडर-19 टीम की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कप्तानी की. 12 साल की उम्र में लीग मैच में 154 रन बनाए. पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच 2006 में इंडिया के खिलाफ खेला. मुंबई में खेले इस मैच में शानदार 88 रन बनाए. 2007 में खेले ओवल वनडे मैच में इंडिया के खिलाफ सेंचुरी बनाई. ओवेस ने इंग्लैंड के लिए खेलते हुए 6 टेस्ट में 269 और 71 वनडे मैचों में 1834 रन बनाए. 2009 में आखिरी टेस्ट मैच खेला था. अब ओवेस शाह क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.
7. सिकंदर रजा, जिम्बॉब्वे
शॉर्ट नोट्स: पाकिस्तान के सियालकोट में जन्म. कमजोर नजरों की वजह से पायलट बनने का सपना पूरा नहीं हो पाया. 2002 में रजा परिवार के साथ जिम्बॉब्वे शिफ्ट हो गए. स्कॉटलैंड में पढ़ाई के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया. 2009 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलना शुरू किया. 2011 में जिम्बॉब्वे क्रिकेट वर्ल्डकप में चुने जाने की संभावना बढ़ी, लेकिन फाइनल जगह नहीं बना पाए. जिम्बॉब्वे की सिटीजनशिप न मिलने की वजह से सिंकदर को काफी दिक्कतें हुईं. 2011 में जिम्बॉब्वे की नागरिकता मिली. अपने चौथे वनडे में भारत के खिलाफ 82 रन बनाए. रजा ने मई 2015 में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में नाबाद 100 रन बनाए. रजा ने 4 टेस्ट और 50 वनडे मैचों में 327 और 1373 रन बनाए.
