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'अफगान मंत्री हफ्ते भर भारत में रहे, अब उसके इशारे पर... ', पाकिस्तान ने लगाए बड़े आरोप

Pakistan और Taliban के बीच काफी गोलाबारी हुई है. अब 48 घंटे का अस्थायी सीजफायर करने का ऐलान हुआ है. तालिबानी प्रवक्ता के मुताबिक यह सीजफायर पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ है. अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने जबरदस्ती इसमें भारत को घसीटने की कोशिश की है.

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (बाएं), तालिबान के लड़ाके (दाएं) (Photo: ITG/File)
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सुबोध कुमार

पाकिस्तान को हर बात में भारत को घसीटने की पुरानी आदत है. तालिबान के साथ जंग में भी अब उसने भारत का हाथ होने का आरोप लगाया है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत तालिबान को अपने प्रॉक्सी के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. यानी पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी गलतियों का ठीकरा भारत पर फोड़ने की कोशिश की है.

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आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर भरोसा करना मुश्किल है. तालिबान के हाल में लिए गए फैसले पाकिस्तान के हितों के खिलाफ हैं. साथ ही आरोप लगाया कि इन फैसलों के पीछे भारत का प्रभाव है.

क्या होता है प्रॉक्सी वार?

ख्वाजा आसिफ ने यहां तक कहा कि तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ भारत का प्रॉक्सी वार लड़ रहा है. बता दें कि प्रॉक्सी वॉर का मतलब है, जब कोई देश सीधे किसी दूसरे देश से युद्ध न लड़े, बल्कि किसी अन्य देश को उससे लड़वाए. यानी पाकिस्तान सीधे यह आरोप लगा रहा है कि भारत जानबूझकर तालिबान को उसके खिलाफ जंग के लिए भड़का रहा है. जबकि सच्चाई यह है कि पाकिस्तान ने खुद अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हवाई हमला करके जंग की शुरूआत की थी.

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खासकर पाकिस्तान ने यह हमला उसी दिन किया था, जिस दिन तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत पहुंचे थे. पाकिस्तान के हमले पर अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के नेताओं ने कहा था कि वह चुप नहीं बैठेंगे और इसका जवाब देंगे. इसके बाद 15 अक्टूबर, बुधवार की सुबह पाकिस्तान और तालिबानी सेना के बीच बॉर्डर पर भीषण जंग हुई. तालिबान ने दावा किया कि उसके जवाबी हमले में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. साथ ही कहा कि उसने पाकिस्तान की प्रमुख चौकियों और ठिकानों पर कब्जा कर लिया है.

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तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह की पोस्ट. (Photo: X)
हफ्ते भर में दूसरा सीजफायर

आजतक के मुताबिक अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 11-12 अक्टूबर को भी जंग हुई थी. इस दौरान दोनों तरफ से काफी नुकसान होने की खबरें आई थीं. इसके बाद सऊदी अरब और कतर के दखल से दोनों देशों के बीच सीजफायर कराया गया था. बावजूद इसके दोनों पक्षों के बीच के संबंध तनावपूर्ण बने हुए थे. फिर 15 अक्टूबर को दोबारा जंग छिड़ी. इसके बाद अब दोनों पक्षों ने 48 घंटे का अस्थायी सीजफायर करने का ऐलान किया है. तालिबानी प्रवक्ता के मुताबिक यह सीजफायर पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ है. अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने जबरदस्ती इसमें भारत को घसीटने की कोशिश की है. उन्होंने कहा,

मुझे नहीं लगता कि आगे सीजफायर बना रहेगा, क्योंकि तालिबान इस समय सारे फैसले नई दिल्ली (भारत) के इशारे पर ले रहा है. अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी वहां एक हफ्ते तक बैठे रहे हैं और अब वापस आ गए हैं. वे वहां से क्या प्लान लेकर आए हैं. मेरा ख्याल है कि इस वक्त काबुल दिल्ली का प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है.

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बता दें कि हाल के समय में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के संबंध तेजी से बिगड़े हैं. पाकिस्तान ने तालिबान पर उसके खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. वहीं, भारत को लेकर पाकिस्तान का आरोप नया नहीं है. इस्लामाबाद पहले भी कई मौकों पर भारत पर 'अफगानिस्तान में प्रभाव बढ़ाने' के आरोप लगाता रहा है. हालांकि भारत ने हमेशा इन दावों को खारिज किया है.

वीडियो: दुनियादारी: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से इस बार भिड़कर गलती तो नहीं कर दी?

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