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पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सीजफायर, सुबह ही कंधार में 15 लोगों की जान गई थी

Pakistan और Afghanistan के Taliban शासन ने 48 घंटे के Ceasefire पर रजामंदी जताई है. बुधवार, 15 अक्टूबर की शाम दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर झड़प हुई, जिसके बाद जंग रोकने पर सहमति बनी है.

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पाकिस्तान से लगते बॉर्डर पर तैनात अफगान सैनिक. (AP Photo/Saifullah Zahir)

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के दरमियान बढ़ते तनाव के बीच सीजफायर का ऐलान हो गया है. दोनों देशों ने 48 घंटे के लिए अस्थाई युद्धविराम पर सहमति जताई. ये सीजफायर बुधवार, 15 अक्टूबर की शाम 6:30 बजे से शुरू हुआ है. यह फैसला दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई भीषण सैन्य झड़प के बाद लिया गया. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ही इस मुश्किल लेकिन सुलझाने लायक मुद्दे का सही हल निकालने के लिए बातचीत के जरिए ईमानदार कोशिश करेंगे. सीजफायर का मकसद दोनों देशों के बीच बिगड़ते रिश्तों को काबू में लाना और बातचीत का रास्ता खोलना है, ताकि और जान-माल का नुकसान ना हो.

कंधार में पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक, 15 लोगों की मौत

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सीजफायर से पहले 15 अक्टूबर की सुबह अफगानिस्तान के दक्षिण में कंधार प्रांत पर एयरस्ट्राइक की. पाकिस्तान की तरफ से कंधार के स्पिन बोलदक इलाके में हवाई हमले हुए. अफगान अधिकारियों के अनुसार, ये हमले रिहायशी इलाकों पर हुए जिसमें कम से कम 15 आम लोगों की जान गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, "अफगान फोर्स को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी." उन्होंने बताया कि हमले में कई घर तबाह हो गए. एक स्थानीय अस्पताल ने पुष्टि की कि 80 से ज्यादा महिलाओं और बच्चों का इलाज चल रहा है, जबकि कई घर मलबे में तब्दील हो गए हैं.

पाकिस्तान का दावा- हमारी पोस्ट्स पर हमला हुआ

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पाकिस्तान का कहना है कि यह कार्रवाई उसकी सीमा चौकियों पर हुए हमलों के जवाब में की गई. इन हमलों में उसके 6 पैरामिलिट्री जवान मारे गए. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने 30 तालिबान लड़ाकों को मार गिराया है.

तालिबान का पाकिस्तानी टैंक जब्त करने का दावा

झड़प के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि तालिबान लड़ाके पाकिस्तान के एक T-55 टैंक पर सवार दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यह टैंक उन्होंने कंधार में जब्त किया है. तालिबान ने बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिक मारने और हथियार और बख्तरबंद गाड़ियां जब्त करने का दावा किया है.

हालांकि, पाकिस्तान ने टैंक के वायरल वीडियो पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन, उसने तालिबान के बड़े पैमाने पर पाकिस्तान का नुकसान करने के दावे को जरूर खारिज किया है.

इंडिया फैक्टर से पाकिस्तान की चिंता बढ़ी

इसी बीच अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत दौरे पर हैं. यह तालिबान शासन के बाद उनकी पहली भारत यात्रा है. भारत ने काबुल में अपना दूतावास फिर से खोलने और तालिबान से बातचीत बढ़ाने का फैसला किया है. यह पाकिस्तान के लिए बड़ा कूटनीतिक झटका माना जा रहा है.

2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से यह अब तक का सबसे घातक सैन्य संघर्ष है. पाकिस्तान काबुल पर आरोप लगाता है कि वो तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के लड़ाकों को पनाह देता है. TTP पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान में हाल के महीनों में कई जानलेवा हमले किए.

पाकिस्तान ने किया हमला

इससे पहले गुरुवार, 9 अक्टूबर की रात पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के एयरस्पेस का उल्लंघन करते हुए काबुल पर हवाई हमले किए. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने TTP के ठिकानों पर हमला किया था. तालिबान ने पाकिस्तान की इस हरकत की कड़ी निंदा की थी.

इसके जवाब में शनिवार, 11 अक्टूबर को अफगानिस्तान की सेना ने डूरंड लाइन के पास जवाबी कार्रवाई की. अफगानिस्तान का दावा है कि इन हमलों में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 30 घायल हुए. इतना ही नहीं, अफगानिस्तान ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान की 25 मिलिट्री पोस्ट उसके नियंत्रण में आ गईं.

कूटनीतिक नाकामी के संकेत के तौर पर अफगानिस्तान ने कथित तौर पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, खूफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख आसिम मलिक और दो सीनियर सैन्य अफसरों को एंट्री देने से मना कर दिया. तालिबान ने उनकी वीजा रिक्वेस्ट को तीन बार खारिज किया. तब से पाकिस्तान ने तालिबान सरकार के साथ हाई-लेवल बातचीत निलंबित कर दी.

वीडियो: सोशल लिस्ट: महिला पत्रकारों को तालिबानी मंत्री मुत्ताकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोकना पड़ गया भारी

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