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प्लेन हाईजैक करने वाला आतंकी अस्पताल में ले रहा अंतिम सांसे! भारत के हमले में रऊफ असगर घायल

Rauf Asghar वही आतंकी है जिसने अपने भाई Masood Azhar को भारत की जेल से रिहा करवाने के लिए IC-814 प्लेन को हाईजैक किया था.

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रऊउ असगर (PHOTO-Wikipedia)

ऑपरेशन सिंदूर में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद का डिप्टी चीफ और मौलाना मसूद अज़हर का भाई रऊफ असगर बुरी तरह घायल हुआ है. फिलहाल पाकिस्तान मिलिट्री के हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है. रऊफ असगर 1999 में हुए IC-814 हाईजैक का मास्टरमाइंड है. 

इंडिया टुडे के सूत्रों के मुताबिक रऊफ असगर की हालत नाजुक बनी हुई है. रऊफ असगर वही आतंकी है जिसने अपने भाई को भारत की जेल से रिहा करवाने के लिए इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन को हाईजैक किया था. ये प्लेन काठमांडू से दिल्ली आ रहा था. इस प्लेन को छोड़ने के बदले भारत ने तीन खूंखार आतंकियों को रिहा किया था. ये तीन आतंकी थे, मौलाना मसूद अज़हर, ओमर शेख और मुश्ताक अहमद ज़रगर.

क्या था कंधार हाईजैक?

24 दिसंबर की शाम, दिन शुक्रवार. घड़ी में साढ़े चार बजने वाले थे. काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इंडियन एयरलाइंस की फ़्लाइट संख्या आईसी 814 नई दिल्ली के लिए उड़ान भरने को तैयार थी. नेपाल के इस एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था भारत के किसी कस्बे के बस अड्डे जितनी भी नहीं थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ ही दिन पहले इसी एयरपोर्ट पर एक विक्षिप्त आदमी थाई एयरवेज़ के एक विमान के कॉकपिट तक पहुंच गया था.

IC-814 में कुछ विदेशी यात्रियों सहित कुल 187 पैसेंजर्स और क्रू-मेंबर सवार हुए और फ्लाइंग कमांडर कैप्टन देवीशरण ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली के लिए उड़ान भर दी. कॉकपिट में उनके साथ थे फ्लाइट इंजीनियर अनिल जागिया और को-पायलट राजेंद्र कुमार. शाम करीब पांच बजे जैसे ही आईसी 814 इंडियन एयर स्पेस में दाखिल हुआ. पांच नकाबपोश हथियारबंद लोग प्लेन पर अपना कंट्रोल ले चुके थे. इनमें से एक चीफ़ उर्फ़ इब्राहिम अख्तर पिस्टल लेकर कॉकपिट में घुसा और कैप्टन देवी शरण को गनपॉइंट पर ले लिया, बाकी चार ने यात्रियों को धमकाना और मारना शुरु कर दिया था. 

पहले विमान को ईंधन के बहाने अमृतसर में उतारा गया. कहते हैं यहां भारत के पास मौका था कि NSG कार्रवाई करती और प्लेन को हाईजैकर्स से छुड़ा लिया जाता. लेकिन भारत सरकार ने यहां कार्रवाई नहीं की और प्लेन टेक-ऑफ कर गया. इसके बाद प्लेन लाहौर, दुबई गया. फिर वहां से आतंकी इसे अफ़ग़ानिस्तान के कंधार ले गए.

कंधार में तब तालिबान का राज था. भारतीय अधिकारियों की एक टीम उनसे बातचीत करने कंधार रवाना हुई. इस टीम में भारत के वर्तमान NSA अजित डोभाल भी थे. खैर, वार्ता हुई और भारत सरकार ने यात्रियों की रिहाई के बदले तीन आतंकियों को छोड़ा. ऑपरेशन सिंदूर के साथ भारत ने रऊफ असगर को घायल कर दिया है जो हाईजैकर्स में शामिल था.

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