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कोचिंग सेंटर सील हुए तो लाइब्रेरियों की फीस दोगुनी हो गई, इधर मंत्री और मुख्य सचिव टोपी ट्रांसफर में उलझे हैं

UPSC एस्पिरेंट्स का कहना है कि Old Rajinder Nagar और आस-पास के इलाक़ों में लाइब्रेरी मालिकों ने MCD की कार्रवाई के बाद फीस दोगुनी कर दी है.

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एस्पिरेंट्स का कहना है कि जो छात्र जल्द ही UPSC के मेंस का पेपर देने जा रहे हैं, उनके पास जाने के लिए कोई और जगह नहीं है. (प्रतीकात्मक तस्वीर - PTI)

दिल्ली के Rau's IAS स्टडी सर्किल कोचिंग हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) की कार्रवाई जारी है. नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए कई कोचिंग सेंटर को सील किया गया है. इस बीच सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले छात्रों के नए दावे सामने आ रहे हैं. छात्रों का कहना है कि ओल्ड राजेंद्र नगर और उसके आस-पास के इलाक़ों में लाइसेंस हासिल कर चुके लाइब्रेरियों ने अपनी फीस दोगुनी कर दी है (students claim Licensed libraries have doubled their fees). ये अवैध रूप से चल रहे बेसमेंट वाले कोचिंग सेंटरों पर MCD की कार्रवाई के बाद हुआ है.

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UPSC एस्पिरेंट पंकज ने न्यूज़ एजेंसी PTI के साथ बातचीत में कहा,

पहले, पहली या दूसरी मंजिल पर चलने वाली लाइब्रेरियों के मालिक हर महीने दो-तीन हज़ार रुपये लेते थे. लेकिन अब कई लाइब्रेरियों के बंद होने के बाद उन्होंने अपनी फीस दोगुनी कर दी है, क्योंकि छात्रों के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. जो छात्र जल्द ही UPSC के मेंस का पेपर देने जा रहे हैं, उनके पास जाने के लिए कोई और जगह नहीं है. क्योंकि हम जिस कमरे में रहते हैं, वो इतना छोटा है कि हम पढ़ नहीं सकते और हमें लाइब्रेरियों की ज़रूरत है.

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वहीं, एक दूसरे छात्र ने बताया कि राजेंद्र नगर के आस-पास के इलाकों, जैसे पटेल नगर में मौजूद लाइब्रेरियों में जाने वाले छात्रों से भी चार-पांच हज़ार रुपये तक की फीस मांगी जा रही है. जो कि पिछली फीस से दोगुनी से भी ज्यादा है.

इस बीच, राजेंद्र नगर घटना पर दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी के आदेश के बाद मुख्य सचिव की रिपोर्ट सामने आई है. नौकरशाही और दिल्ली के मंत्री के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्य सचिव ने एक नोट के ज़रिए जवाब दिया है. मुख्य सचिव ने ऐसी घटनाओं के पीछे के कारणों के लिए अलग-अलग पेंडिंग रिपोर्ट्स को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने आतिशी को पेंडिंग रिपोर्ट्स को लागू करने के लिए निर्देश जारी करने को कहा है. मुख्य सचिव ने आगे लिखा कि DM और DDMA द्वारा की गई कार्रवाई में कुछ और समय लगेगा. MCD ने दोषी इंजीनियर्स को सस्पेंड करने के कदम उठाए हैं. 

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इससे पहले मंत्री आतिशी ने X पर पोस्ट कर दिल्ली के मुख्य सचिव पर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने लिखा,

मैंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए थे कि इस दुखद घटना की मजिस्ट्रेट जांच शुरू की जाए और 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट पेश की जाए. लगभग 2 दिन बाद संभागीय आयुक्त से घटना की रिपोर्ट मिली और बताया गया कि जांच में 7 दिन और लगेंगे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी दुखद घटना हुई है, लेकिन नौकरशाही मामले की जांच में इतनी ढिलाई बरत रही है. इससे सवाल उठता है कि क्या दोषियों को संरक्षण दिया जा रहा है.

बताते चलें, 30 जुलाई को MCD ने 9 कोर्चिंग सेंटर्स के बेसमेंट सील किए थे. ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर्स के कुल सात बेसमेंट, शाहदरा साउथ ज़ोन के राजधानी एन्क्लेव और प्रीत विहार इलाक़े में दो बेसमेंट सील कर दिए गए हैं. वहीं, कुल 78 पीजी और 13 गेस्ट हाउस की भी जांच की गई है. वहीं, 29 जुलाई को कार्रवाई करते हुए 3 कोचिंग इंस्टीट्यूट के को सील किया था. इससे पहले, 28 जुलाई को दिल्ली के 13 और कोचिंग संस्थानों के सेंटर्स को नियमों के उल्लंघन की वजह से सील किया गया था.

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