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अवध ओझा ने बताया, Rau's IAS हादसे के बाद होना क्या चाहिए

Avadh Ojha ने कहा कि अगर किसी भी बिल्डिंग में किसी की मृत्यु होती है तो उस मकान के मालिक के साथ वहां चल रहे संस्थान की संपत्ति को सील किया जाए. साथ ही संस्थान के मुखिया और मालिक को आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए.

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avadh ojha on Rau's IAS coaching incident
अवध ओझा ने कठोर कानून की मांग की है. (फ़ोटो/सोशल मीडिया)
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मनीषा शर्मा
30 जुलाई 2024 (Updated: 31 जुलाई 2024, 08:15 AM IST) कॉमेंट्स
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27 जुलाई 2024 को दिल्ली के Old Rajendra Nagar में स्थित Rau's IAS कोचिंग संस्थान के बेसमेंट लाइब्रेरी में बारिश का पानी घुस जाने से UPSC की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई. इस घटना के बाद UPSC की तैयारी करने वाले छात्र गुस्से में हैं. वे पुलिस प्रशासन के साथ-साथ टीचर्स और कोचिंग संस्थान के मालिकों से भी जवाब मांग रहे हैं. अब इस घटना पर अवध ओझा (Avadh Ojha Sir) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि सवाल ये नहीं है कि ऐसी घटनाएं कैसे घटती हैं. सवाल ये है कि ऐसी घटनाएं क्यों घटती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को एक ऐसा कानून बनाना चाहिए, जिसमें लिखा हो कि अगर किसी भी बिल्डिंग में किसी की मृत्यु होती है तो उस मकान के मालिक के साथ वहां चल रहे संस्थान की संपत्ति को सील किया जाए. साथ ही संस्थान के मुखिया और मालिक को आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए.

Avadh Ojha Classes नाम के यूट्यूब चैनल पर अवध ओझा ने वीडियो जारी कर ये मैसेज़ दिया. उन्होंने कहा कि जिन बच्चों की पानी में डूबकर मौत हुई है, उसका उन्हें दुख है. 

वीडियो की शुरुआत में उन्होंने सूरत की घटना, मुखर्जी नगर में आग की घटना और राजकोट में गेमिंग ज़ोन वाली घटना पर बात करते हुए कहा कि इतना सब हो रहा है लेकिन कभी किसी ने कुछ नहीं कहा. कुछ नहीं किया. कोई धरना प्रदर्शन करने नहीं गया. उन्होंने आगे कहा,

"ओल्ड राजेंद्र नगर जैसी घटना दोबारा न हो. इसलिए सरकार को कानून बनाना चाहिए. जिससे आगे से किसी मालिक की लापरवाही से किसी छात्र की जान जाए तो उसकी सारी संपत्ति सील कर दी जाए और उसे आजीवन कारावास की सज़ा हो. अगर कोई अधिकारी भी ऐसी घटनाओं में शामिल हैं तो उनके साथ भी ऐसा ही किया जाए. नहीं तो यह सब ऐसे ही चलता रहेगा. कुछ नहीं होगा. सरकार नियम कानून बनाए."

यह भी पढ़ें: Rau's IAS हादसे के सबक, क्या बेसमेंट में क्लास या लाइब्रेरी चला सकते हैं?

अवध ओझा ने आगे कहा कि एक दूसरे के ऊपर कीचड़ उछालने से कुछ नहीं होगा. लोगों को कठोर कानून की मांग करनी चाहिए. ताकि सरकार सुरक्षा की गारंटी दे. उन्होंने आगे कहा,

“प्रोटेस्ट करने से बच्चों के भविष्य में क्या भला होगा? मेयर के इस्तीफ़ा देने से क्या होगा? इस मुद्दे को राजनीति नहीं बनाना चाहिए.”

अपने वीडियो में अवध ओझा ने आगे बताया कि बच्चों की क्या मांगें होनी चाहिए-  

1. संस्थान के सेफ्टी स्टैंडर्ड, NOC देने से पहले चेक किए जाए. अगर कोई दुर्घटना घटती है तो कोचिंग के मालिक और जिस अधिकारी ने NOC दिया है, उसे आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए. 
2. सीमित संख्या में बच्चे क्लास में बैठाए जाए. एक क्लास में ज़्यादा से ज़्यादा 100 बच्चे.
3. एप्लिकेशन फॉर्म में कोचिंग सेंटर बच्चों की जिम्मेदारी ले. अगर संस्थान में कुछ होता है तो मैं इसका जिम्मेदार माना जाऊंगा. 
4. एक कानून पारित होना चाहिए.

वीडियो में आगे अवध ओझा ने कहा कि बच्चों को घर से ऑनलाइन पढ़ाई करनी चाहिए. या घर के आसपास लाइब्रेरी में पढ़ाई करनी चाहिए. 

वीडियो: अवध ओझा सर इंटरव्यू में UPSC रिजल्ट, आरक्षण, IAS-IPS के भ्रष्टाचार पर बड़ी बातें बोल गए

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