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दिल्ली में AAP और कांग्रेस का गठबंधन नहीं होगा, हरियाणा में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस से नाराज है पार्टी

Aam Admi Party ने कहा है कि आगामी Delhi Assembly Election में वो Congress के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी अति आत्मविश्वासी कांग्रेस और अहंकारी BJP के खिलाफ अकेले लड़ेगी.

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AAP और कांग्रेस का गठबंधन नहीं होगा. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)
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अमित भारद्वाज

हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) से सबसे अहम सबक ये है कि ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं रहना है. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने बयान में केवल पार्टी के कार्यकर्ताओंं को ही मैसेज नहींं दिया. बल्कि इसका एक मतलब ये भी निकाला गया कि केजरीवाल कांग्रेस (Congress) पार्टी को भी संदेश दे रहे थे. हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस के साथ गठबंधन का प्रयास किया था. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. चुनाव में कांंग्रेस की हार हुई और AAP की बुरी तरह से हार हुई. अब AAP ने कहा है कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे.

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AAP और Congress का गठबंधन नहीं होगा

अगले साल की शुरुआत में दिल्ली में चुनाव होना है. इसको लेकर AAP की प्रमुख प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इंडिया टुडे के अमित भारद्वाज से कहा है कि वो दिल्ली में कोई गठबंधन नहीं करेंगे. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी अति आत्मविश्वासी कांग्रेस और अहंकारी भाजपा के खिलाफ अकेले लड़ेगी. कक्कड़ ने कहा कि ओवर कॉन्फिडेंस के कारण ही कांग्रेस को हरियाणा में हार मिली है.

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बकौल प्रियंका कक्कड़, राज्य में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी और AAP को गठबंधन में शामिल नहीं किया. जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश और दिल्ली में उन्हें ज्यादा सीटें दी गई थीं. समाजवादी पार्टी ने उनको 17 सीटें दीं और AAP ने दिल्ली में उनको 3 सीटें दी थीं. उन्होंने हुड्डा परिवार पर भी आरोप लगाया. और कहा कि गठबंधन पर बातचीत और चुनाव के दौरान उन्होंने AAP के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने आगे कहा कि उनका उद्देश्य भाजपा को हराना था, लेकिन कांग्रेस के कारण वो ऐसा नहीं कर पाए. 

Haryana Election Results

8 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आए. कुल 90 में से 48 सीटों पर भाजपा को जीत मिली. बहुमत के लिए 46 सीटों की आवश्यकता होती है. कांग्रेस को 37, INLD को 2 और 3 निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली.

वहीं राज्य में AAP अपना खाता नहीं खोल पाई. बल्कि बहुत ही खराब प्रदर्शन रहा. कई सीटों पर तो AAP उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. वोट शेयर भी मात्र 1.79 प्रतिशत रहा. हरियाणा, अरविंद केजरीवाल का गृहराज्य है. इस हार के बाद AAP के हरियाणा प्रमुख सुशील गुप्ता ने कहा था कि अगर कांग्रेस और AAP का गठबंधन हुआ होता तो नतीजे कुछ और होते.

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