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टिड्डियों के हमले वाले जैसे रियल वीडियो आ रहे हैं, बिल्कुल वैसे सीन इस फिल्म में दिखाए जा चुके

टिड्डियों के हमले वाले वीडियो देख लोगों को इस फिल्म की बहुत याद आ रही है.

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लोग मज़ाक कर रहे हैं कि सूर्या की फ़िल्में भविष्य बताती हैं.
पहले कोरोना. फिर चक्रवात. और अब टिड्डियों के झुंड का हमला. एक के बाद एक आपदाएं टूट पड़ रही हैं. राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के तो कई ज़िलों में टिड्डी दलों का भयानक आतंक है. जो वीडियो आ रहे हैं वो किसी फिल्म का सीन जान पड़ते हैं. और फिर इंटरनेट वाले बंधुओं को याद आया कि ऐसा तो वाकई एक फिल्म में दिखा भी था. ज़्यादा दूर की बात भी नहीं है. अभी पिछले साल की ही बात है.

# कौन सी फिल्म, क्या था उसमें?

फिल्म का नाम था 'काप्पान'. डब्ड वर्जन का नाम 'बंदोबस्त'. सितंबर 2019 में आई थी. डायरेक्टर थे के वी आनंद. इसमें साउथ के सुपरस्टार सूर्या और मोहनलाल ने काम किया था. अपने बोमन ईरानी भी थे.
फिल्म ने सौ करोड़ के आसपास का बिज़नेस किया था.
फिल्म ने सौ करोड़ के आसपास का बिज़नेस किया था.

हालांकि फिल्म में दिखाया गया टिड्डियों का हमला कोई प्राकृतिक आपदा नहीं थी. बल्कि अपने विलेन साहब बोमन ईरानी का षड्यंत्र था. पूरी कहानी तो नहीं बताएंगे बस मोटा-मोटा बता देते हैं. दरअसल बोमन ईरानी द्वारा प्ले किए गए करैक्टर राजन महादेव को माइनिंग के लिए गांव वालों की ज़मीन चाहिए होती है. लेकिन गांव वाले तो ज़िद्दी निकल आते हैं. नो मीन्स नो बोल देते हैं. गुस्साए महादेव गांव वालों की फसलों पर टिड्डियों का तूफानी हमला करवा देते हैं. ताकि फसल बरबाद हो जाए. इस तरह बरबाद कि फिर कभी वहां कुछ न उग पाए. और गांव वाले अपनी ज़मीन उनको बेच दें. उनकी इस साज़िश से अपने हीरो साहब कैसे निपटते हैं, ये फिल्म देखकर जानिएगा.
देखिए फिल्म का एक सीन:

# इंटरनेट पर भी मीम्स का टिड्डी दल मार्का हमला हो गया

फिल्म में दिखाई गई घटनाएं जब सच में ही होने लगीं, तो इंटरनेट जनता ने मीम्स का हमला कर दिया. वीडियोज़ डाले, तस्वीरें पेश की. दरअसल एक और इत्तेफाक ऐसा रहा जिसने इस रील टू रियल वाली कहानी को मज़बूती दी. 'काप्पान' के हीरो सूर्या की एक और फिल्म है 'सेवंथ सेन्स'. 2011 में आई थी. ये फिल्म चाइना ने इंडिया के खिलाफ छेड़ी बायोलॉजिकल वॉर की कहानी कहती है. तो बेसिकली बात ये कि 2020 में सूर्या की दो फिल्मों के प्लॉट कमोबेश हकीकत से बन गए. कोरोना वायरस और टिड्डी दल का हमला. इतना काफी था मीमवीरों को अपना हुनर दिखाने के लिए. देखिए:

# क्या बोले डायरेक्टर?

इंडिया टुडे ने 'काप्पान' के डायरेक्टर के वी आनंद से बात की. वो बोले,
"मुझे बहुत से कॉल्स और मैसेजेस आ रहे हैं कि मैंने टिड्डियों के हमले पर फिल्म बनाई. लेकिन मुझे बुरा लग रहा है. मैं इससे खुश हो भी कैसे सकता हूं! टिड्डी दल का हमला देश में विध्वंस मचा सकता है. हमें तमाम ज़रूरी उपाय तत्काल करने चाहिए".
उन्होंने ये भी बताया कि इसे फिल्म में डालने का आईडिया उन्हें कहां से आया. लगभग नौ साल पहले वो सूर्या की ही एक और फिल्म 'मात्रान' के सिलसिले में मेडागास्कर गए थे. वहां उनकी कार पर टिड्डियों का हमला हुआ था. घंटों तक वो लोग कार में फंसे रहे थे. बाद में उन्होंने लोकल लोगों से इस बारे में पूछताछ की और आगे कभी फिल्म में इस्तेमाल करने की बात सोची.
डायरेक्टर बनने से पहले के वी आनंद सिनेमेटोग्राफर रह चुके हैं, नेशनल अवॉर्ड तक जीत चुके हैं.
डायरेक्टर बनने से पहले के वी आनंद सिनेमेटोग्राफर रह चुके हैं, नेशनल अवॉर्ड तक जीत चुके हैं.

के वी आनंद ने आगे बताया,
"मैंने इसके बारे में बहुत रिसर्च की कुरआन और बाइबल में इसके ढेरों रेफ्रेंसेस हैं. इन फैक्ट, टिड्डी दलों का हमला लोगों के माइग्रेशन और सभ्यताओं के अन्य बदलावों की बहुत बड़ी वजह रहा है."



वीडियो:

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