प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले गुजरात के मोरबी अस्पताल को आनन-फानन में चमकाया गया. इसके साथ ही मरीजों को जरूरी सुविधाएं जैसे कि साफ-सुथरे बेडशीट, तकिया वगैरह मुहैया कराए गए. इसी कड़ी में अस्पताल में चार नए वाटर कूलर भी लगा दिए गए. लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि वाटर कूलर लगाने का काम इतनी जल्दबाजी में किया गया कि उसमें पानी का कनेक्शन ही नहीं हो सका, क्योंकि अस्पताल प्रशासन ये काम करना ही भूल गया था. हालांकि जब मामला खबरों में आया तो अस्पताल ने पानी की सप्लाई सुनिश्चित कराई.
मोरबी: PM मोदी के आने से पहले अस्पताल में वाटर कूलर लगा, पर कनेक्शन नहीं किया, फिर ये तस्वीर आई
मामला खबरों में आने के बाद अब वाटर कूलर में पानी आने लगा है.

अब इस वाटर कूलर में पानी आ रहा है. दी लल्लनटॉप के अभिनव पांडेय ने बताया है कि वाटर कूलर में पानी के कनेक्शन के लिए समय पर प्लंबर नहीं मिल सका था. अब उनमें पानी उपलब्ध है.
इंडिया टुडे ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पहले जो वाटर कूलर लगा था, उसमें पानी नहीं आ रहा था. पीएम के दौरे से पहले अस्पताल में नए वाटर कूलर लगाए गए, जिससे अब पानी आ रहा है.
बीती 30 अक्टूबर को मोरबी की मच्छू नदी पर बना केबल पुल अचानक टूट गया था. इस घटना में 130 से 135 लोगों के मारने जाने की जानकारी है. हादसे को लेकर हो रही चर्चा के बीच पीएम मोदी ने मंगलवार 1 नवंबर को जिला सिविल अस्पताल का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने घायलों से मुलाकात की. साथ ही मामले की जल्द जांच करके जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई का भी निर्देश दिया.
अस्पताल में एक मरीज के साथ मौजूद महिला ने एनडीटीवी को बताया,
'ये सब दिखावे के लिए हो रहा है. यहां पहले वाटर कूलर नहीं था.'
अस्पताल में मौजूद एक अन्य महिला ने बताया कि वहां पर कई मूलभूत सुविधाएं भी नही हैं. उन्होंने टीवी चैनल से कहा,
'मोरबी पुल टूटने की घटना में घायल हुए मरीजों को यहां लाने के बाद मजदूरों को लगाया (अस्पताल को चमकाने के लिए) गया है. ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि नरेंद्र मोदी यहां आने वाले थे.'
पीएम के दौरे से पहले अस्पताल में खूब साफ सफाई की गई और नए बेडशीट लगाए गए. इसके अलावा हर एक बेड पर नए ड्रिप लगा दिए गए और कुछ मरीजों को एक दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था.
वीडियो: मोरबी अस्पताल में भर्ती घायलों ने बताया पीएम मोदी के आने से पहले क्या-क्या बदला?