मोटिवेशनल स्पीच सुन आग पर चले लोग, बेतहाशा जले लोग
अपने यहां भी ये गोरखधंधा खूब होता है. चने के झाड़ पर चढ़ाकर कुछ भी करा लेते हैं ये लोग. आग पर चलने से क्या होता है, यहां देखो.
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फोटो - thelallantop
एक मोटिवेशनल स्पीकर करके हैं. नाम है टोनी रॉबिन्स. अमेरिका के टेक्सस में एक जगह है डैलस. वहीं अपना अखाड़ा जमाया था. ये शहर वहां आर्ट और कल्चर का गढ़ कहा जाता है. अपने देश का बनारस समझ लो. वहां ढेर सारे ऐसे आयोजन होते रहिते हैं. तो टोनी बाबू ने भी अपना खेला सजाया. मोटिवेशनल स्पीच के लिए मैदान तैयार किया. उस सेशन का नाम रखा "Unleash the Power Within." कुल मिला के इसका मतलब था कि जनता अपने डर पर काबू करे. तो सत्ता और पावर उसके हाथ में है. एकदम जादू माफिक. इसके साथ ढेर सारी भारी भारी फिलासफी. और एक दहकते कोयले से तैयार आग का दरिया था. लोगों को उकसाया कि इस आग पर दौड़ जाओ. तब अपने डर पर जीत हासिल करोगे. जैसे अपने यहां मोहर्रम में मातम मनाते देखे हो? सेम उसी तरह. यहां लकड़ी का कोयला होता है. और दौड़ कम होती है. इसलिए पैर की मोटी खाल पर इतनी जल्दी असर नहीं पड़ता. और खास ट्रिक्स होती हैं. कहा जाता है कि 3 सेकेंड से पहले पैर उठा लो तो नहीं जलता. लेकिन वहां पत्थर वाला कोयला था भाईसाब. उसी पर दौड़ गए लोग. फिर जो हुआ वो पूछो मत. कोई इधर उल्टा पड़ा चिल्ला रहा है. कोई उधर पैर के छाले दिखा कर रो रहा है. कोई कहीं घाव लिए लुढ़का पड़ा है. हर तरफ चीख पुकार. 30 से ज्यादा लोग जल गए इस कांड में. यहां वीडियो देख लो. https://www.youtube.com/watch?v=LfYtHbmI-NI इस आग में जले एक जने का नाम है पॉल गोल्ड. फ्लोरिडा के इन सज्जन के तलवे सेकेंड डिग्री बर्न हुए हैं. मेडिकल लाइन वाले जानते होंगे ये डिग्री विग्री. इन्होंने बताया कि "कुछ महीने पहले फ्लोरिडा में ऐसा ही सेमिनार था, उसमें भी दौड़े थे. उसमें कुछ नहीं हुआ. लेकिन इसमें कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा गया. जैसे कोयला ठंडा होने से पहले उसमें और आग डाल दी गई. और इस दौड़ की लंबाई 20 फिट थी. पिछली बार से जस्ट डबल. बस जल गए पकौड़े." इसको देख भर लेने से काम नहीं चलेगा. गांठ बांध लो कि ऐसे बक्की बाबाओं के प्रवचन में कुछ उल्टा सीधी नहीं कर लोगे. कर भी लो तो चिल्लाना मत.
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