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अज़हरुद्दीन का वो क्रिकेट रिकॉर्ड जो दुनिया में आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है

अज़हर का ये रिकॉर्ड 1 फरवरी 1985 को बना था और आजतक बना हुआ है.

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फोटो - thelallantop
इंग्लैंड टीम भारत के दौरे पर थी. साल 1984-85 की वो टेस्ट सीरीज जिसमें सुनील गावस्कर कप्तान थे. मुंबई के वानखेड़े ग्राउंड पर पहला मैच हुआ और इंडिया 8 विकेट से जीत भी गई. सबको उम्मीद थी कि इंडिया ये 1-0 की लीड बनाकर रखेगी. अगला मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में हुआ और यहां इंग्लैंड ने इंडिया को 8 विकेट से पटखनी दे दी. बड़ा हंगामा हुआ कि इंडिया बहुत आसानी से हार गई. कपिल देव को अगले टेस्ट यानी कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होने वाले मैच से बाहर कर दिया. साथ में संदीप पाटिल को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया. चेतन शर्मा को टीम में शामिल किया गया. साथ में एक 21 साल के लड़के ने भी डेब्यू किया. हैदराबाद के इस बल्लेबाज का नाम मोहम्मद अज़हरुद्दीन था. आगे जो हुआ वो इंडियन क्रिकेट में बदलाव की एक मिसाल बना. कोलकाता टेस्ट में डेब्यू करते हुए शतक मारा और अगले दो मैचों में भी शतक. यानी अज़हरुद्दीन दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज बने जिन्होंने अपने करियर के पहले तीन टेस्ट मैचों में तीन शतक मारे. अज़हर का ये रिकॉर्ड 1 फरवरी 1985 को बना था और आजतक बना हुआ है. Azhar.1 कोलकाता टेस्ट: कप्तान सुनील गावस्कर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इंडिया के 4 विकेट 127 रन पर गिर गए. रवि शास्त्री के साथ अज़हरुद्दीन मैदान में थे. दोनों ने पारी संभाली और पांचवें विकेट के लिए 241 रन जोड़ दिए. इसमें स्टाइलिश बल्लेबाज अज़हर का शतक शामिल था. पहले ही मैच में 110 रन की पारी खेलकर इस खिलाड़ी ने अपनी पहचान बना ली थी. खराब मौसम के चलते मैच में रिजल्ट नहीं आ पाया और ड्रॉ हो गया. वीडियो देखिए:
चेन्नई टेस्ट: सीरीज का चौथा मैच चेन्नई में था. सीरीज 1-1 की बराबरी पर थी. दोनों टीमें सीरीज जीतने के मकसद से भिड़ रहीं थी. इस बार भी पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम 155 पर चार विकेट खो चुकी थी. अज़हर आए और 48 पर आउट हो गए. इंडिया पहली पारी में 272 रन जोड़ पाई. इंग्लैंड ने 652 रन टांग दिए. पारी में 380 रनों से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में भी इंडिया की हालत पतली थी. 22 पर 3 विकेट खो दिए. फिर इस बार मोहिंदर अमरनाथ और अज़हर ने पारी संभाली. दूसरी पारी में बैटिंग करना बेहद मुश्किल था मगर अज़हर ने भी यहां 105 रनों की पारी खेली. मैच इंडिया हार गई मगर अज़हर की बैटिंग क्लास दुनिया के सामने जाहिर हो गई. अज़हर के क्लासिक बैटिंग स्टाइल को देखिए:
कानपुर टेस्ट: सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट. कानपुर का ग्रीन पार्क मैदान. पहली पारी में इंडिया ने 553 रन मार दिए और ये हुआ अज़हरुद्दीन की सेंचुरी के बूते. ये इस बल्लेबाज की तीसरे टेस्ट में तीसरी सेंचुरी थी. 122 रनों की पारी खेली. दूसरी पारी में भी अज़हरुद्दीन ने 54 रन मारे थे. मैच ड्रॉ हो गया मगर इस सीरीज में इंडिया को वो बल्लेबाज मिला जो आक्रामक था. आगे चलकर टीम का कप्तान बना. इन तीन टेस्ट मैचों में अज़हर ने 439 रन मारे थे जो किसी भी भारतीय का अपनी पहली टेस्ट सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन है. इस बल्लेबाज ने इंडिया के लिए 99 टेस्ट मैच खेले जिनमें 22 शतक लगाए. अपने आखिरी टेस्ट में भी अज़हर ने 102 रन की पारी खेली थी.
Also Read कलाई तो बच गई पर जादू टूट गया जब अज़हरुद्दीन ने उस भीड़ से बदला लिया जिसने उसे कुछ महीने पहले गालियां दी थीं अज़हर की फ़िल्म देखोगे लेकिन उसपे क्विज़ खेलोगे? क्रिकेट वीडियो देखिए:

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