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म्यांमार में 100 से ज्यादा जानें ले चुका मोका तूफान भारत में कितनी तबाही मचा गया?

भारत में मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है.

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पड़ोसी देशों में Mocha तूफान तबाही मचा रहा (फोटो- रॉयटर्स/PTI)

मोका (Mocha) साइक्लोन के चलते बांग्लादेश और म्यांमार में काफी नुकसान हुआ है. जानकारी है कि म्यांमार के रखाइन राज्य में ही कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई. म्यांमार में मोका के कारण 100 से ज्यादा लोगों की जान जाने की आशंका जताई गई है. बांग्लादेश में भी कई लोगों के घायल होने की खबर है. हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचे हैं. भारत में कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है. मिजोरम के कई इलाकों में तूफान का असर दिखा. 230 से ज्यादा घर तबाह हो गए.

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कितनी तबाही मचा गया मोका?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोका ने रविवार, 14 मई की दोपहर को म्यांमार के रखाइन राज्य में सितवे के पास दस्तक दी. हवा की गति 209 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई. इसके बाद तूफान बांग्लादेश और म्यांमार के बीच पड़ने वाली वाली नाफ नदी में पहुंचा. कई घर, बिजली के ट्रांसफार्मर, मोबाइल फोन टॉवर, नाव और लैंप-पोस्ट क्षतिग्रस्त हो गए. लोग स्कूलों और बाकी सुरक्षित जगहों पर जाकर रुके. बचाव अभियान जारी है.

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आज तक से जुड़े दीपनीता दास की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के मौसम विभाग ने तूफान से प्रभावित होने की जानकारी दी. हालांकि, अब जोखिम का स्तर काफी हद तक कम हो गया. घातक तूफान की भविष्यवाणी के बाद कई इलाकों से लोगों को सेफ जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया था.

भारत पर क्या असर?

खबर है कि सोमवार, 15 मई की शाम को पश्चिम बंगाल के जिलों में लगातार दो बार तेज तूफान आया. बताया जा रहा है कि इस वजह से एक 12 साल के बच्चे सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हुई है. 81 किमी प्रति घंटे की स्पीड वाला पहला तूफान तीन मिनट तक चला. 19 सेकंड बाद ही दूसरा तूफान आया और एक मिनट तक चला. इस दौरान कई पेड़ उखड़े. उनमें से कुछ गाड़ियों पर भी गिरे, जिसकी वजह से यातायात पर भी असर पड़ा. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबकि, मिजोरम में कम से कम 236 और आठ रेफ्यूजी कैंप बर्बाद हुए हैं. तेज हवाओं के चलते 50 से ज्यादा गांवों के कुल 5,749 लोग प्रभावित हुए हैं. 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्वोत्तर राज्यों में अगले पांच दिनों के दौरान "भारी से बहुत भारी" बारिश की चेतावनी भी जारी की है. 14 से 18 मई के बीच नागालैंड, मेघालय, असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. असम और मेघालय के कुछ क्षेत्रों में 15, 16 और 18 मई को बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है.

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न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, आपदा प्रबंधन बल के जवान पश्चिम बंगाल के समुद्री रिसॉर्ट शहरों पर नजर रखे हुए हैं. पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटीय क्षेत्रों में जवान हाई अलर्ट पर हैं. त्रिपुरा ने भी राज्य के चार जिलों में चक्रवात से जुड़ी चेतावनी के मद्देनजर व्यवस्था की है.

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, चक्रवात मोका 1982 के बाद से उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में सबसे मजबूत ट्रोपिकल चक्रवात है. तूफान की रफ्तार 260 किमी प्रति घंटा थी. इससे पहले चक्रवात ‘नरगिस’ 215 किमी प्रति घंटे की स्पीड से आया था.

वीडियो: म्यांमार आर्मी ने एयरस्ट्राइक कर अपने ही लोगों की जान क्यों ली?

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