पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में 'पुलिसकर्मी' होने का दावा करने वाले कुछ लोगों के एक समूह ने बिहार के दो युवाओं पर कथित तौर पर हमला किया था. दोनों युवा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) का पेपर देने गए थे. मामला सामने आने के बाद इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई. बंगाल की ममता बनर्जी सरकार अब इस मामले में बिहार के नेता चिराग पासवान और गिरिराज सिंह के निशाने पर आ गई है.
बंगाल में पेपर देने गए बिहार के छात्रों को पीटा गया, वायरल वीडियो पर भड़के नेता
चिराग पासवान ने सवाल करते हुए कहा कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना कोई अपराध है? मंत्री ने बिहार में विपक्षी आरजेडी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा.


मामले को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और खाद्य उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. पासवान ने सवाल करते हुए कहा कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना कोई अपराध है. केंद्रीय मंत्री ने बिहार में विपक्षी आरजेडी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा. ये दोनों पार्टी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी हैं. चिराग ने आगे सवाल खड़े करते हुए कहा कि वो पार्टी का समर्थन कैसे जारी रख सकते हैं.
X पर एक पोस्ट में चिराग ने लिखा,
“पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों पर हुए क्रूर हमले की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. उस राज्य के मुख्यमंत्री ने एक बार फिर बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना अपराध है? क्या विपक्षी पार्टी के नेता अब भी चुप रहेंगे?”
उधर मामले को लेकर भाजपा नेता और कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने भी वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए लाल कालीन बिछाया जाता है, वहीं बिहार के लोगों को परीक्षा देने के लिए पीटा जाता है. गिरिराज ने कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर भी राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने ममता बनर्जी सरकार के मामले को सही से संभालने के कारण मिली आलोचना का भी जिक्र किया, और पूछा कि क्या उन्होंने केवल बलात्कारियों को बचाने का फैसला किया है.
गिरिराज ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को टैग करते हुए X पोस्ट में लिखा,
पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया“बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए रेड कार्पेट और परीक्षा देने के लिए बिहार के बच्चों की पिटाई? क्या ये बच्चे भारत का हिस्सा नहीं हैं? क्या ममता सरकार ने केवल बलात्कारियों को बचाने की ठान ली है?"
बता दें सोशल मीडिया पर दो युवाओं की पिटाई का एक वीडियो 26 सितंबर को वायरल हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो कथित तौर पर सिलीगुड़ी का बताया गया. जिसमें स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) का फिजिकल एग्जाम देने गए दो युवाओं से माफी मांगने और उठक-बैठक करने के लिए कहा जा रहा है. एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने एक युवा के पास फर्जी निवास प्रमाण पत्र होने का दावा करते हुए दीवार पर फेंक दिया.
मामला सामने आया तो बंगाल पुलिस हरकत में आई. पुलिस अधिकारियों ने 26 सितंबर को बताया कि वीडियो में दिख रहे एक व्यक्ति की पहचान कर ली गई है और उसे हिरासत में ले लिया गया है.
वीडियो: महालक्ष्मी मर्डर केस में शरीर के टुकड़े करने वाले आरोपी ने जान दे दी















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