अभी तक बादलपुर का नाम सुना था हमने मायावती के कारण. इस गांव से निकलकर मायावती देश की सबसे धाकड़ दलित नेता बनीं. लेकिन अबकी बार किसी और झमेले की वजह से ये गांव खबरों में है. ग्रेटर नोएडा के इस गांव बादलपुर से एक पूरी फैमिली गायब हो गई थी. फिर मियां-बीवी की लाश मिली. पता लगा कि इनकी नाबालिग बच्ची ने तांत्रिक के साथ मिलकर इनका काम तमाम किया है. कहानी बड़ी डरावनी है. बादलपुर कोतवाली है. उसी के अंडर में पड़ता है गांव बंबावड़. इस गांव में रहते थे वेदप्रकाश, उनकी बीवी और दो बच्चे. बेटी 14 साल की, बेटा चार साल का. पूरी फैमिली एक अगस्त को गायब हो गई. ये लोग कहां गए, किसी को पता नहीं. न रिश्तेदार जान पाए, न पड़ोसी. बमचक तब मची, जब उनको गायब हुए 6 दिन बीते. और गंग नहर में मिल गई वेदप्रकाश की लाश. अगले दिन उनकी बीवी की लाश भी मिली. रबूपुर गांव के खेतों में.
नाबालिग लड़की और तांत्रिक का प्यार घरवालों ने तांत्रिक प्रमोद का नाम दर्ज कराया था पुलिसिया शिकायत में. प्रमोद को उसकी ऑल्टो कार सहित पुलिस ने दबोचा दादरी बाईपास से. हवालात में डालकर कायदे से उसकी सेवा हुई. तब जाकर पूरा कांड कबूला.

बताया कि दोनों मर्डर उनकी बेटी के इशारे पर हुए. और वो खुद प्रमोद के इशारे पर चल रही थी. माने वो खुद अधेड़ तांत्रिक की बातों में आ गई थी. दोनों में हो गया था प्यार. प्रमोद के मुताबिक लड़की ने अपने मां-बाप को रास्ते से हटाने को कहा. तो एक अगस्त को वेदप्रकाश का गला घोंटकर मार डाला. इस काम में हेल्प की उसकी दुकान पर काम करने वाले सलमान ने.

फिर दोनों ने पूरे परिवार को कार में डाला. रास्ते में उसकी बीवी का गला भी घोंट दिया. दोनों लाशें अलग-अलग फेंक दीं. फिर जाकर बालाजी और मथुरा की सैर की. पैसा चुका तो घर की याद आई. लौट रहे थे, तो पुलिस ने धर लिया. अब वो नाबालिग लड़की, तांत्रिक बाबा और सलमान पुलिस के पास हैं.