The Lallantop

बीरेन सिंह का इस्तीफा किसने फाड़ डाला, वायरल वीडियो के बाद CM ने ट्वीट कर कहा...

30 जून की दोपहर 3 बजे बीरेन सिंह राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलकर इस्तीफा देने वाले थे. लेकिन अब...

Advertisement
post-main-image
समर्थकों ने बीरेन सिंह का इस्तीफा पत्र फाड़ दिया. (साभार - आजतक)

एन बीरेन सिंह मणिपुर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. शुक्रवार, 30 जून की दोपहर उन्होंने इसकी पुष्टि कर दी. इससे पहले दिनभर उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जाती रहीं. माना जा रहा था कि बीरेन सिंह कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं. एक वीडियो भी सामने आया जिसमें एक पत्र के हवाले से उनके इस्तीफे की घोषणा की जा रही थी. लेकिन बीरेन सिंह के समर्थकों को उनका इस्तीफा मंजूर नहीं था. उनमें शामिल एक महिला ने आगे आकर इस्तीफा ही फाड़ डाला.

Advertisement

इसके कुछ देर बाद एन बीरेन सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ये ट्वीट किया,

"इस कठिन समय में मैं ये साफ करना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दे रहा हूं."

Advertisement

फटे इस्तीफे की तस्वीर वायरल

बीरेन सिंह के इस ट्वीट से पहले उनके कथित इस्तीफे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इस्तीफा सही सलामत नहीं था. फटा हुआ था. उसे भींच कर टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे. तस्वीर में साफ दिख रहा है कि इसमें बीरेन सिंह ने इस्तीफा देने की बात कही है. उनके हस्ताक्षर भी है.

ये अफवाह पहले से उड़ रही थी कि बीरेन राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलकर अपना इस्तीफा पत्र देने वाले हैं. लेकिन उससे ठीक पहले कुछ हुआ. एक वीडियो सामने आया जिसमें भीड़ के बीच एक शख्स बीरेन सिंह का इस्तीफा पढ़ता दिखा. लेकिन सीएम के समर्थकों ने इस पर हंगामा कर दिया. इसी बीच एक बुजुर्ग महिला आगे आईं और घोषणा कर रहे शख्स से इस्तीफे का कागज लेकर फाड़ डाला. और इसके कुछ देर बाद बीरेन सिंह घोषणा करते हैं कि वे इस्तीफा नहीं देंगे.

फाड़ा हुआ पत्र

इंडिया टुडे से जुड़े इंद्रजीत कुंडू से मिली जानकारी के मुताबिक बीरेन समर्थकों ने जमावड़ा बनाकर उनका इस्तीफा पत्र फाड़ा है. ये लोग 'वी वांट बीरेन' के नारे लगा रहे थे. इनका कहना है कि वे मुख्यमंत्री के रूप में बीरेन सिंह को ही चाहते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बीरेन सिंह दोपहर 3 बजे राज्यपाल से मिलने वाले थे. लेकिन इस्तीफे की ख़बर सामने आते ही भारी मात्रा में महिलाएं उनके आवास के सामने पहुंच गईं और उनके फैसले के विरोध में धरने पर बैठ गईं.

Advertisement

कई लोगों को इस्तीफे से जुड़ा ये प्रकरण ड्रामा लगा है. उन्होंने बीरेन सिंह के ट्वीट पर कॉमेंट कर उन पर इस्तीफे के नाम पर नाटक करने का आरोप लगाया है. इनमें कई विपक्षी दलों के लोग और राजनीतिक विरोधी शामिल हैं.

इस बीच, बताया जा रहा है कि मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए कुकी और मैतेई समाज से दूसरे माध्यमों से बातचीत शुरू की जाएगी. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल उईके से जल्द ही कुकी समुदाय के प्रतिनिधि, विधायक, सिविल सोसायटी के लोग मिलने वाले हैं. वहीं सीएम बीरेन सिंह मैतेई समाज के वरिष्ठ लोगों, विधायकों और सिविल सोसायटी के लोगों से मुलाकात करेंगे.

दूसरी ओर विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री राज्य में हिंसा रोकने में पूरी तरह विफल रहे हैं. लिहाजा उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. विपक्ष की मांग है कि केंद्र को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: मणिपुर में भारतीय सेना ने प्रतिबंधित उग्रवादी क्यों छोड़े? अमित शाह ने मोदी को क्या बताया?

Advertisement