मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला. यहां भाजपा विधायक के बेटे ने एक आदिवासी को कथित तौर गोली मार दी है. गोली से आदिवासी युवक घायल हो गया है. आरोपी की पहचान विधायक राम लल्लू वैश्य के बेटे विवेकानंद के रूप में हुई है. पुलिस ने विवेकानंद के खिलाफ FIR दर्ज की है. घटना के बाद वो फरार है. आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने 10,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है.
मध्यप्रदेश में BJP विधायक के बेटे ने आदिवासी युवक को गोली मारी
घटना के बाद से विधायक राम लल्लू वैश्य का बेटा विवेकानंद वैश्य फरार है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 3 अगस्त शाम की है. आरोपी अपनी कार में था. वह जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर बूढ़ी माई माता मंदिर के पास से गुजर रहा था. उसी समय उसकी कुछ लोगों से बहस हो गई. पीड़ित सूर्य कुमार खैरवार वहां से गुजर रहे थे. तभी उन्होंने अपने भाइयों आदित्य और राहुल को आरोपी से बहस करते हुए देखा.
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, खैरवार ने कहा,
“मेरे भाई बोलेरो कार में बैठे थे और विवेकानंद स्विफ्ट डिजायर में बैठा था. विवेकानन्द के साथ मौजूद दीपक पनिका मेरे भाइयों से गाड़ियां न निकल पाने को लेकर बहस कर रहे थे. झगड़ा बढ़ गया और मेरे भाइयों के साथ मारपीट की गई. मैंने रोकने की कोशिश की, तभी मैंने गोली चलने की आवाज सुनी और देखा कि विधायक का बेटा, विवेकानन्द बंदूक लिए हुए दूसरी कार में बैठा था.
मुझे अपने दाहिने हाथ में तेज दर्द महसूस हुआ और गोली लगने के घाव से खून बहने लगा. मैंने विवेकानंद से पूछा कि वह अपनी बंदूक क्यों छिपा रहे थे. उसने भागने की कोशिश की और इसी बीच किसी ने उनकी कार का शीशा तोड़ दिया. मैं हॉस्पिटल के लिए निकल पड़ा. मुझे उम्मीद है कि पुलिस मेरे मामले को गंभीरता से लेगी क्योंकि वह एक विधायक का बेटा है.''
पुलिस अधीक्षक सिंगरौली शिव कुमार ने कहा कि आरोपी पर IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास), अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा, धारा 25 (प्रतिबंधित हथियार रखना या ले जाना) और 27 (हथियारों का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया था है. पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड भी है. एएसपी ने कहा कि वैश्य ने पिछले साल 20 जुलाई को कथित तौर पर एक वन रक्षक के साथ मारपीट की थी और उसे डराने के लिए गोलियां चलाई थीं. उसके बाद ये फरार हो गया. और इस साल फरवरी में एक स्थानीय अदालत में उसने आत्मसमर्पण किया.
घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं में आदिवासी समुदाय पर अत्याचार करने की होड़ मची हुई है. सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ, कि सिंगरौली में भाजपा विधायक के बेटे ने एक आदिवासी युवक को गोली मार दी. युवक गंभीर रूप से घायल है. मैं पीड़ित आदिवासी युवक के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. उन्होंने कहा,
“मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या भाजपा नेताओं का एक ही काम बचा है कि वे आदिवासी, दलित, महिलाओं और सर्व समाज के लोगों का उत्पीड़न करें. आप इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाना तो दूर, अपराधियों को बढ़ावा देते हुए नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों हरदा से सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में सजा प्राप्त व्यक्ति को भाजपा में शामिल कर आपने स्पष्ट कर दिया है कि आप अपराधीमय भाजपा बनाने के अभियान में कितनी तेजी से प्रगति कर रहे हैं. राजपोषित अपराध मध्यप्रदेश के माथे पर कलंक बन गए हैं.”
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वादा किया है, कि इसपर कार्रवाई की जाएगी और कानून अपना काम करेगा.
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