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पुलिस थाने में बंद कर दलित दादी-पोते पर बरसाए डंडे, थाना प्रभारी सस्पेंड

MP News: कटनी शहर के इस Viral Video में एक महिला वहां मौजूद दो लोगों को डंडे से पीटती नज़र आ रही है. कांग्रेस समेत विपक्षी दल के कई नेताओं ने वीडियो शेयर करके BJP सरकार पर निशाना साधा है. वीडियो वायरल होने के बाद थाना प्रभारी अरूणा वाहने को पद से हटा दिया गया है.

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मध्य प्रदेश के एक जीआरपी थाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल. (तस्वीर:जीतू पटवारी)

मध्य प्रदेश के कटनी थाने में हुई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में एक पुलिस थाने के CCTV फुटेज का सीन है, जिसमें एक महिला वहां मौजूद दो लोगों को डंडे से पीटती नज़र आ रही है. थोड़ी देर बाद कुछ पुलिस वाले भी नज़र आते हैं लेकिन उन्होंने भी कोई रहम नहीं दिखाई. उन्होंने भी डंडे बरसाना जारी रखा. दोनों हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहे हैं. लेकिन दया और शर्म किसी भी वर्दीधारी को नहीं आ रही है. कांग्रेस समेत विपक्षी दल के कई नेताओं ने वीडियो शेयर करके BJP सरकार पर निशाना साधा है. वीडियो वायरल होने के बाद जबलपुर रेलवे पुलिस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. कटनी रेलवे थाना प्रभारी अरूणा वाहने को पद से हटा दिया गया है. 

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थाना प्रभारी को पद से हटाया

इंडिया टुडे के अमर ताम्रकर के इनपुट के अनुसार, 10 महीने पुरानी यह घटना कटनी के झर्रा टिकुरिया की है. जब इलाके के एक बदमाश दीपक वंशकार की पूछ-ताछ के लिए उनके परिजनों को थाने लाया गया था. वीडियो में दीपक की मां और उसके 15 साल के नाबालिग बेटे दीपराज को पीटा जा रहा है. जिन्हें पीटा जा रहा वे दलित समुदाय से आते हैं. वीडियो में बेरहमी से पिटाई कर रही महिला कटनी जीआरपी की थाना प्रभारी अरूणा वाहने हैं.

वीडियो वायरल होने के बाद जबलपुर रेलवे पुलिस ने ट्वीट किया. इसके अनुसार, वायरल वीडियो अक्टूबर 2023 का है. दीपक वंशकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उसके खिलाफ GRP थाना कटनी में 19 अपराध दर्ज है. वो रेलवे पुलिस के मोस्टवांटेड अपराधियो की लिस्ट में था और उस पर 10 हज़ार का इनाम भी घोषित था. चोरी की घटनाओं में दीपक के परिवार के ऊपर भी उसका साथ देने के आरोप लगे थे. इस कारण उसके परिजनों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था. पिटाई वाली पोस्ट वायरल होने के बाद थाना प्रभारी अरूणा वाहने को पद से हटा दिया गया. साथ ही रेलवे के उप पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. 

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विपक्ष ने बीजेपी पर लगाए आरोप 

कांग्रेस ने इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 'एक्स' पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,

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“कटनी जीआरपी ने झर्रा टिकुरिया के 15 साल के बालक दीपराज उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा. कानून और संविधान से बड़े पुलिस के छोटे-बड़े नुमाइंदों ने यह हरकत फिर एक दलित परिवार के साथ की है. बीजेपी ने दलित उत्पीड़न को सबसे बड़ा हथियार बना लिया है. मध्य प्रदेश भाजपा सत्ता भी पिछड़े और आदिवासियों पर अत्याचार करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है. राजनीतिक दुर्भावना का यह खेल बंद होना चाहिए.”

इसके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी घटना को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा,

“जब वह पिटाई करते हुए थक जाती हैं तो साथ के पुलिस वाले लगातार डंडे बरसाने लगते हैं. लड़का हाथ जोड़कर कुछ कहता दिखाई दे रहा है. मध्य प्रदेश के कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है. रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं. सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार.”
 

 

इसके अलावा यूपी की नगीना सीट से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी BJP सरकार को जमकर कोसा है. उन्होंने वीडियो को शेयर करके लिखा,

“मध्यप्रदेश के कटनी जिले की जीआरपी थाने की वीभत्स घटना से पूरा देश शर्मिंदा है.वीडियो में एक बच्चे और बुजुर्ग महिला को बेरहमी से पीटा जा रहा है, बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला कुसुम वंशकार और उनका 15 वर्षीय पोता दीपराज दलित परिवार से आते हैं. इन दोनों को भाजपा सरकार के वर्दी वाले गुंडों ने कमरे में बंद करके एक दूसरे के सामने ही जमकर जलील करते हुए पाइप से पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया. यही है भाजपा के कुशासन का असली दलित प्रेम जिसमें चोरी के नाम पर किसी भी असहाय परिवार से नाबालिग बच्चे और बुजुर्ग मां को उठा लो फिर उन पर अपनी वर्दी की भड़ास निकाल दो.”

 

जिन्हें समाज के सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है, वे ही इस तरह बेरहमी से पिटाई करने लगें तो सवाल उठेंगे ही. लोगों ने उठाए भी हैं कि आखिर ये अधिकार पुलिस को किसने दे दिया है?

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