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कश्मीर की मस्जिद में लोगों को भड़का रहे लश्कर के आतंकियों का वीडियो सामने आया

आतंकियों ने भारत विरोधी नारे लगाए, चंदा मांगा, लोग भी साथ नारे लगा रहे हैं.

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लाल घेरे में लश्कर के आतंकी.
कश्मीर में आतंकवाद अपने पैर पसारने की कोशिश करता रहता है. सरकार भी इसका सफाया करने के मौके नहीं छोड़ती. लेकिन मौका पाते ही आतंकवादी अपनी मुहीम तेज़ कर देते हैं. कश्मीर में आतंकवादी किस कदर हावी हैं इसका नमूना पेश करता एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ आतंकी जम्मू कश्मीर के कुलगाम की एक मस्जिद में जमा भीड़ को बरगला रहे हैं. खुलेआम कश्मीर की आज़ादी के नारे लगा रहे हैं. उनके मिशन के लिए लोगों से मदद मांग रहे हैं. बंदूकें लहरा रहे हैं. वीडियो में भारत विरोधी नारे लगते नज़र आ रहे हैं. साथ ही उन लोगों को धमका रहे हैं जो सिक्यूरिटी फोर्सेज के लिए काम करते हैं. पाकिस्तान का समर्थन करने वाले इन आतंकियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार अशरफ वानी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में लश्कर तैयेबा के आतंकियों ने लोगों से पैसे भी इकट्ठे किए. लोग भी इन आतंकियों का खुलकर समर्थन कर रहे हैं. उन्हें पैसे आदि की मदद भी कर रहे हैं. आम लोगों का समर्थन ही सुरक्षा बलों के लिए सबसे बड़ी समस्या है.

#एक मूसा मारा, दूसरे तैयार हो रहे हैं

अभी कुछ दिन पहले 23 मई को खबर आई थी कि इंडियन सिक्योरिटी फोर्सेज़ ने आतंकी जाकिर मूसा को मार गिराया है. ये जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिहाज से भारत की बड़ी जीत मानी जा रही थी. नई सरकार के बनते ही जम्मू कश्मीर के सुरक्षा बलों ने देश के टॉप 10 आतंकवादियों की लिस्ट भी तैयार की है. सुरक्षा बलों का दावा है कि वो इस यात्रा के शुरू होने के पहले इन आतंकवादियों का सफाया कर देंगे.

#अभी भी एक्टिव हैं 287 आतंकी

सुरक्षा बलों के मुताबिक फिलहाल कश्मीर घाटी में 287 आतंकी सक्रिय हैं. अमरनाथ यात्रा शुरू होने में अभी वक़्त है.  पिछले पांच महीनों में फोर्सेज ने 101 आतंकियों को ढेर किया है. फिलहाल फोर्सेज की नज़र टॉप 10 आतंकवादियों पर है. 287 एक्टिव आतंकवादियों में से 109 पाकिस्तान के हैं. और 178 कश्मीर के ही हैं. कश्मीर में सबसे ज्यादा आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन के हैं. इनकी संख्या 103 है. पिछले साल कश्मीर में सिक्यूरिटी फोर्सेज की कार्रवाई में 78 लोकल आतंकी भी मारे गए थे. लश्कर के कमांडर का मानना है कि वो सिक्यूरिटी फोर्सेज की कार्रवाई से कमज़ोर हो रहे हैं. इसके लिए ऐसे अभियान चला रहे हैं ताकि लोगों को रिक्रूट किया जाए. रमजान के महीने में मस्जिदों में लोगों की संख्या ज़्यादा होने के कारण आताकियों का काम और आसान हो गया था. कश्मीर से इस तरह की वीडियो आना खतरे की निशानी है. ऐसा लगता है कि इन्हें सुरक्षा बलों का कोई खौफ नहीं है. अब फोर्सेज की कार्रवाई का इंतजार है.
वीडियो:लोकसभा चुनाव के नतीजों के साथ कश्मीर से आतंकी ज़ाकिर मूसा के मरने की भी खबर आई है

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