SIT ने 12 घंटे में आशीष मिश्रा से कौन-कौन से सवाल पूछे?
लखीमपुर मामले में गिरफ्तारी से पहले SIT ने पूछताछ की थी.
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कोर्ट ने आशीष मिश्रा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. शनिवार, 9 अक्टूबर को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT ने आशीष से कई सवाल पूछे. कुछ सवालों के जवाब आशीष ने दिए, लेकिन कई जवाब नहीं दिए. आशीष से किस तरह के सवाल पूछे गए थे? आज तक के संतोष कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यक्रम में आ रहे VVIP का रूट बदल गया है, इसकी जानकारी क्या आपको थी? पहले जिस रूट से VVIP आ रहे थे, उसकी जानकारी मुझे थी. बदले रूट के बारे में जानकारी कुछ देर पहले ही हुई थी. जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त आप कहां थे? जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था. मैं दंगल का आयोजन करवा रहा था. VVIP के आने के इंतजामों में लगा हुआ था. दोपहर 2:36 से 3:30 बजे के बीच आप कहां थे? इस वक्त भी मैं कार्यक्रम स्थल पर ही मौजूद था. कहीं नहीं गया था. लेकिन लोगों का कहना है कि आप इस वक्त के दौरान गायब थे. कार्यक्रम में नहीं थे. नहीं. मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था. बीच-बीच में मैं थोड़ी देर के लिए कार्यक्रम स्थल के बगल में बनी अपनी एक राइस मिल तक जाता था. उसके बाद फिर वापस आ जा रहा था. जो थार जीप हिंसा में क्षतिग्रस्त हुई, जलाई गई, उसको कौन चला रहा था? उसमें कौन-कौन बैठा था? पीछे की फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो किसकी थी? थार जीप मेरी है. हमारा ड्राइवर हरिओम मिश्रा चला रहा था. पीछे फॉर्च्यूनर हमारे मित्र और भाजपा कार्यकर्ता हैं अंकित दास, उनकी है. वह मुख्य अतिथि को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए निकले थे, लेकिन कहां गए मुझे नहीं पता. घटना के बाद से ही वह मेरे संपर्क में नहीं हैं. आप तीनों गाड़ियों में से कौन सी गाड़ी में थे? मैं कह चुका हूं कि मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था. मैं कार्यक्रम छोड़कर कहीं नहीं गया. प्रत्यक्षदर्शी का कहना है थार जीप आप ही चला रहे थे. नहीं. थार जीप में मैं नहीं था. मैं किसी भी गाड़ी में नहीं था. मैंने इन गाड़ियों को VVIP को लाने के लिए भेजा था अगर आप घटनास्थल पर नहीं थे तो FIR दर्ज होने के बाद गायब क्यों हो गए थे? बीते 48 घंटे में आप कहां-कहां रहे? मैं गायब नहीं हुआ था. मैं जिले में ही था. अपने गांव बलवीरपुर में ही था. मेरी तबीयत कुछ ख़राब हो गई थी, इसलिए आराम कर रहा था. जिस वक्त हिंसा हुई, उस वक्त आप कार्यक्रम स्थल पर ही थे, इसका कोई सबूत क्यों नहीं है? मैं पूरे कार्यक्रम के दौरान वहीं मौजूद था. कहीं नहीं गया. मुझे नहीं पता था हिंसा में मेरा नाम आ जाएगा. पूरे कार्यक्रम के वीडियो जो मुझे मिले हैं, मैंने आपको दे दिए हैं. गाड़ी के अंदर से दो मिस कारतूस मिले हैं. यह किसके हैं? कौन असलहा लेकर चलता है? किसको असलहे से लैस कर आपने कार्यक्रम के लिए भेजा था? मैं जब गाड़ी में रहता हूं, तब अपने असलहे लेकर चलता हूं. लेकिन जब मैं नहीं रहता तो गाड़ी में कोई असलहा नहीं रहता है. आधी रात के बाद आशीष मिश्रा को अदालत में पेश किया गया. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आशीष को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लखीमपुर खीरी जिला जेल भेज दिया. आशीष की पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी गई थी. अदालत ने इस अर्जी पर सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर की तारीख तय की है.
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